कोलकाता, 4 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के बदले नकदी मामले के मुख्य आरोपी सुजय कृष्ण भद्र की आवाज के नमूने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पास पहले से ही उपलब्ध हैं, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि नमूना एक बार मेल खा जाएगा। उनके मोबाइल की कॉल-रिकॉर्डिंग राजनीतिक रूप से प्रभावशाली व्यक्तियों, एजेंटों, उप-एजेंटों और लाभार्थियों से जुड़े भ्रष्टाचार की श्रृंखला में बिंदुओं को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सूत्रों ने कहा कि आवाज का नमूना ईडी को शेल संस्थाओं, रियल एस्टेट और कॉर्पोरेट शेयरों जैसे विभिन्न चैनलों के माध्यम से आय के विचलन के बारे में सबूतों को प्रमाणित करने में भी मदद करेगा।
सूत्रों ने कहा कि भद्रा की आवाज के नमूने उपलब्ध कराने के बाद ईडी ने अदालत को उस नमूने को प्राप्त करने में आने वाली बाधाओं के बारे में जानकारी देने का फैसला किया है, जिसके कारण प्रक्रिया में चार महीने से अधिक की देरी हुई, क्योंकि भद्रा पिछले साल अगस्त में उनकी बायपास सर्जरी के बाद दक्षिण कोलकाता में सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती हैं।
कानूनी विशेषज्ञों ने कहा कि अगर अदालत आवाज का नमूना परीक्षण प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न करने के लिए चिकित्सा बिरादरी के व्यक्तियों के खिलाफ ईडी की शिकायत पर संज्ञान लेती है, तो उनमें से कुछ गहरे संकट में पड़ सकते हैं।
इस बीच, बुधवार रात वॉयस सैंपलिंग टेस्ट की प्रक्रिया से वाकिफ सूत्रों ने कहा कि रिकॉर्डिंग के दौरान भद्रा को ईडी के अधिकारियों द्वारा दिए गए तीन वाक्यों को दोहराने के लिए कहा गया था।
पहले तो वह सहयोग करने में आनाकानी कर रहे थेे, लेकिन बाद में वहां मौजूद मेडिकल टीम के सदस्यों की काउंसलिंग और समझाने के बाद वह तैयार हो गए।
–आईएएनएस
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