सतना, देशबन्धु. मध्य प्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग की दमनकारी नीतियों के विरोध में स्कूल संचालक प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन जिला सतना ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर सतना मुख्यालय, सोहावल, मझगवां, अमरपाटन, रामपुर बघेलान और बिरसिंहपुर ब्लॉक में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने 5 बिन्दुओं की मांग का ज्ञापन सौंपा.
जिलाध्यक्ष मनोज दुबे अकेला के नेतृत्व में जिला कलेक्टर कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर सतना को ज्ञापन दिया गया. एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ने बताया कि हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी स्कूल जो कि विगत 30- 40 वर्षों से जिस भवन में शिक्षा विभाग से लगातार मान्यता प्राप्त कर संचालित हो रहे हैं, उनमें विद्यालय ऐसे हैं जो नवीन किरायानामा के नियम पोर्टल (संपदा 2) के कारण उन भवनों का रजिस्टर्ड किरायानामा नहीं बन रहा है.
पूर्व में आरटीई अधिनियम लागू होने पर पहली से आठवीं तक की मान्यता के लिए हेतु किसी भी प्रकार की मान्यता शुल्क एफ.डीआर रजिस्टर्ड किरायानामा नहीं लिया जाता था. अनिवार्य एवं नि:शुल्क शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू होने के पश्चात पूर्व में जो एफडीआर किया था उसे समाप्त करने और राशि संस्था को वापस की गई थी वर्तमान में फिर से यह नियम लागू किया गया है अत: कक्षा 1 से आठवीं तक के विद्यालय से मान्यता शुल्क एफडीआर, रजिस्टर्ड किरायानामा को समाप्त करते हुए पूर्व अनुसार मान्यता दी जाए.
आरटीई की राशि का भुगतान समय में किया जाए यदि समय सीमा से भुगतान नहीं किया जाता है तो प्रतिवषज़् की राशि ब्याज सहित स्कूलों को भुगतान किया जाए क्योंकि यदि स्कूलों द्वारा कोई कार्य किसी कारणवश समय पर नहीं किया जाता तो शिक्षा विभाग द्वारा विलंब शुल्क के नाम पर राशि वसूल की जाती है. आरटीई प्रपोजल में सम्मिलित छात्रों जो कि विद्यालय में मैप है उनका रुका हुआ भुगतान अनिवार्य रूप से किया जाए. 12 वर्ष पुरानी स्कूल बसों को बंद करने का निर्णय लिया गया है इसमें संशोधन कर पूर्व जैसे किया जाए.
ये लोग रहे शामिल
ज्ञापन सौंपने मे प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष मनोज दुबे अकेला, अजय त्रिवेदी, आरएन त्रिपाठी, रमेश निगम, आशुतोष पांडे, अनिल सिंह नरेश सिंह, सुभाष सिंह, विनोद अग्रवाल, सुभाष चंद्र ताम्रकार बलराम ताम्रकार, चंद्रिका प्रसाद गर्ग, मनु अग्रवाल, मनीष चौबे, प्रशांत गर्ग, एस.के.तिवारी, विष्णु कांत तिवारी, चुन्नीलाल पटेल, गंगोत्री प्रसाद यादव ,लक्ष्मण सोनी, राकेश मिश्रा, रवि कुशवाहा, अरुणेश पांडे सहित सैकड़ों की संख्या में विद्यालयों के संचालक उपस्थित रहे.