रांची, 30 अगस्त (आईएएनएस)। झारखंड के पलामू जिले के सतबरवा थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल ने यूकेजी से लेकर कक्षा पांच तक के 50 छात्रों को एक लाइन में खड़ा कर उन्हें बेरहमी से पीटा।
बच्चों का कसूर यह था कि वे बीते सोमवार को स्कूल नहीं आए थे। जिन बच्चों की पिटाई की गई, इनमें से कुछ की तबीयत बिगड़ गई। इसकी जानकारी होने पर बड़ी संख्या में अभिभावक अपने बच्चों के साथ शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे।
यह घटना मेदिनीनगर सदर ब्लॉक के लहलहे पंचायत के बारी मोड़ स्थित भोगू गांव की है। थाने पहुंचे बच्चों ने थाना प्रभारी को अपनी पीठ और हाथ पर पिटाई के निशान दिखाए।
बताया गया कि अभिषेक कुमार, अरुण सिंह, सुधांशु कुमार, अभिषेक, सुधांशु, चंदन कुमार यादव, सूरज कुमार गुप्ता सहित कई बच्चों की तबीयत पिटाई से बिगड़ गई।
अभिभावकों ने प्रिंसिपल चंदन कुमार शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बच्चों के अभिभावकों ने कहा कि सोमवार को गांव में एक धार्मिक अनुष्ठान को लेकर कलश यात्रा निकाली गई थी और इस वजह से ज्यादातर बच्चों को स्कूल नहीं भेजा गया था।
प्रिंसिपल इसी बात से नाराज हो गए। बच्चों ने जब उन्हें स्कूल नहीं आने की वजह बताई तो वे यह कहते हुए नाराज हो गए कि उन्हें पूजा-पाठ, भगवान-अनुष्ठान से कोई मतलब नहीं है। पिटाई के बाद प्रिंसिपल ने छात्रों को हिदायत दी थी कि अगर अभिभावकों को बताया, तब और पिटाई करेंगे।
शाम को डरे-सहमे छात्रों ने पूछे जाने पर परिजनों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद गुस्साए परिजन प्रिंसिपल की शिकायत करने थाना पहुंचे। पुलिस ने प्रिंसिपल को पूछताछ के लिए हिरासत लिया है। फिलहाल उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है।
इस बीच पलामू के जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग से रिपोर्ट मांगी है। जिला स्तरीय चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने भी इस मामले पर नोटिस लेते हुए पुलिस से जानकारी मांगी है।
–आईएएनएस
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