नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। दिल्ली के एयरोसिटी के एक पांच सितारा होटल रोजिएट हाउस ने एक गेस्ट और कुछ कर्मचारियों पर मिलीभगत कर 50 लाख रुपये का चूना लगाने का आरोप लगाया है। पुलिस में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि कर्मचारियों से मिलीभगत कर यह गेस्ट बिना कोई भुगतान किए लगभग 20 महीने होटल में रहा।
आईजीआई एयरपोर्ट थाने के एक अधिकारी ने आरोप की जांच शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा, हमने दस्तावेज एकत्र कर लिए हैं, जिनका जांच अधिकारी द्वारा सत्यापन किया जा रहा है।
प्राथमिकी के अनुसार, आरोपी अतिथि अंकुश दत्ता ने 30 मई 2019 को चेक इन किया था और एक रात के लिए एक कमरा बुक किया था। हालांकि, वह 22 जनवर 2021 तक बुकिंग बढ़ाता रहा और कोई पैसा नहीं दिया।
प्राथमिकी में कहा गया है कि होटल के फ्रंट ऑफिस विभाग के प्रमुख प्रेम प्रकाश ने दत्ता को मानदंडों का उल्लंघन करने की अनुमति दी। प्रेम प्रकाश को कमरे की दरों पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया था। सभी मेहमानों के बकाये को ट्रैक करने के लिए होटल कंप्यूटर सिस्टम तक उनकी पहुंच थी।
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि प्रेम प्रकाश ने होटल नीतियों और मानदंडों की अवहेलना करते हुए जानबूझकर दत्ता को अधिक समय तक ठहरने की अनुमति दी।
प्राथमिकी में आगे आरोप लगाया गया है कि दत्ता ने प्रेम प्रकाश सहित कुछ ज्ञात और अज्ञात होटल कर्मचारियों की मिलीभगत से एक आपराधिक साजिश रची थी।
इसमे कहा गया है, इस साजिश का उद्देश्य गलत तरीके से व्यक्तिगत लाभ प्राप्त करना और होटल को उसके उचित बकाया से वंचित करना था।
प्राथमिकी में आगे कहा गया है कि इस योजना के तहत आरोपी होटल कर्मचारियों ने होटल के ओपेरा सॉफ्टवेयर सिस्टम में दत्ता के खाते के रिकॉर्ड में हेरफेर किया और फोजिर्ंग, डिलीट करने और प्रविष्टियों को जोड़ने, बड़ी संख्या में रिकॉर्ड को गलत साबित करने जैसी गतिविधियों में शामिल रहे।
इसके अतिरिक्त, होटल प्रबंधन ने पाया कि दत्ता ने भुगतान के रूप में अलग-अलग तारीखों पर सात लाख रुपये, 10 लाख रुपये और 20 लाख रुपये के तीन अलग-अलग चेक जारी किए थे।
हालांकि, सभी चेक बाउंस हो गए और प्रकाश सहित होटल के कर्मचारी प्रबंधन को इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे में तुरंत सूचित करने में विफल रहे।
–आईएएनएस
एकेजे