चेन्नई, 16 जुलाई (आईएएनएस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन समुद्र में ‘पेन मेमोरियल’ परियोजना को रद्द कर सकते हैं। कई पर्यावरण संगठनों और राजनीतिक दलों ने इसका विरोध किया है।
गौरतलब है कि ‘पेन मेमोरियल’ की कल्पना स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके सरकार ने 2021 में सत्ता में आने के तुरंत बाद की थी। स्टालिन के पिता और तमिलनाडु के दिवंगत मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के नाम पर स्मारक बनाने की परियोजना के लिए 39 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी।
हालांकि, यह समुद्र में 130 फीट ऊंचे, 84 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट ‘पेन मॉन्यूमेंट (स्मारक)’ के रूप में विकसित हो गया था। ‘पेन स्मारक’ के खिलाफ स्थानीय मछुआरों और सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध किया था।
द्रमुक (डीएमके) के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि मुख्यमंत्री इस परियोजना को आगे बढ़ाने के इच्छुक नहीं हैं। सीएम इसके बजाय वे समुद्र में नहीं बल्कि मरीना के पास कलैग्नार स्मारक में बनी एक छोटी ‘पेन प्रतिमा’ को प्राथमिकता देंगे।
द्रमुक नेताओं ने कहा कि यह लगभग तय है कि समुद्र में ‘पेन स्मारक’ का निर्माण नहीं किया जाएगा। स्टालिन ने अपने करीबी सहयोगियों के कड़े विरोध और इस मुद्दे को लेकर देशव्यापी खबरों को देखते हुए परियोजना को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।
ज्ञात हो कि अप्रैल 2023 में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (ईएसी) ने ‘पेन स्मारक’ के लिए तटीय विनियमन क्षेत्र (सीआरजेड) की सिफारिश की थी।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने भी जून में इस परियोजना को मंजूरी दे दी। हालांकि, पर्यावरणविदों ने इस परियोजना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और इसके कारण मुख्यमंत्री को भी इस पर विचार करना पड़ा।
‘पेन स्मारक’ को लेकर चेन्नई के मरीना बीच पर एक सार्वजनिक सुनवाई आयोजित की गई। कई पर्यावरण संगठनों, कार्यकर्ताओं, मछुआरा समुदाय और कुछ विपक्षी राजनीतिक दलों ने समुद्र में पेन स्मारक के निर्माण पर कड़ी आपत्ति जताई।
द्रमुक के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि यह लगभग तय है कि मुख्यमंत्री स्टालिन इस परियोजना से पीछे हट जाएंगे और मरीना में कलैग्नार स्मारक के अंदर एक छोटी पेन प्रतिकृति का निर्माण कराएंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, स्टालिन ने पहले पेन स्मारक का बचाव करते हुए कहा था कि ‘करुणानिधि की कलम ने तमिल समाज का भाग्य बदल दिया था। 2024 के आम चुनाव नजदीक हैं और स्टालिन खुद को संयुक्त विपक्ष के नेता के रूप में पेश कर रहे हैं, भारी लागत और पर्यावरण प्रदूषण के जोखिम पर ‘पेन स्मारक’ का निर्माण उनकी छवि को धूमिल करेगा। यही कारण है कि मुख्यमंत्री स्टालिन इस परियोजना से पीछे हट रहे हैं।
–आईएएनएस
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