नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। ब्रिटेन की सबसे बड़ी थोक तरल भंडारण प्रदाता स्टैनलो टर्मिनल्स लिमिटेड (‘स्टैनलो टर्मिनल्स’) ने यूके की सहायक वैश्विक ऊर्जा कंपनी एनी यूके लिमिटेड (‘एनी यूके’) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत स्टैनलो टर्मिनल पर कार्बन डाइऑक्साइड का भंडारण और शिपिंग का विकास और फिर प्राप्त कार्बन डाइऑक्साइड को यूके उत्तर पश्चिम में विकसित किए जा रहे एनी यूके भंडारण बुनियादी ढांचे में वितरित किया जाएगा।
स्टैनलो टर्मिनल्स और एनी यूके एक ओपन-एक्सेस कार्बन डाइऑक्साइड परिवहन और भंडारण टर्मिनल स्थापित करने के अवसरों का मूल्यांकन करेंगे जो अलग-अलग जगहों से शिपिंग के माध्यम से औद्योगिक उत्सर्जकों और अन्य स्रोतों से कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त कर भंडारण करने में सक्षम होंगे। इसका मकसद एक खुली पहुंच प्रणाली के जरिए कई उत्सर्जकों को एनी यूके के लाइसेंस प्राप्त भंडारण स्थान से जोड़ना है, जिससे भविष्य में कार्बन डाइऑक्साइड की पर्याप्त सुविधा मिल सके।
स्रोतों और भंडारण स्थलों के बीच लचीले मार्गों की पेशकश कर कार्बन डाइऑक्साइड जहाज परिवहन का विकास सीसीएस बुनियादी ढांचे के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बुनियादी ढांचा कैप्चर किए गए कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन औद्योगिक कंपनियों को करने में मदद करेगा।
यह समझौता स्टैनलो टर्मिनल की मर्सी नदी पर ओपन एक्सेस वाली हरित अमोनिया सुविधाएं विकसित करने की योजना की घोषणा के बाद हुआ है, जो एस्सार एनर्जी ट्रांज़िशन की यूरोप की अग्रणी एकीकृत ऊर्जा ट्रांज़िशन हब बनने की महत्वाकांक्षा का समर्थन करती है।
स्टैनलो टर्मिनल्स एस्सार एनर्जी ट्रांज़िशन (“ईईटी”) का हिस्सा है। फरवरी 2023 में लॉन्च किया गया ईईटी अगले पांच वर्षों में कम कार्बन ऊर्जा संक्रमण परियोजनाओं की एक श्रृंखला विकसित करने में 3.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश कर रहा है, जिसमें से 2.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम में अपनी साइटों पर निवेश किया जाएगा।
ईईटी में एस्सार ऑयल यूके, उत्तर पश्चिम इंग्लैंड में कंपनी का रिफाइनिंग और मार्केटिंग व्यवसाय शामिल होगा; वर्टेक्स हाइड्रोजन, जो यूके के बाजार के लिए 1 गीगावाट (जीडब्ल्यू) ब्लू हाइड्रोजन विकसित कर रहा है, जिसकी अनुवर्ती क्षमता 3.8 गीगावॉट तक पहुंचने के लिए निर्धारित है; ईईटी हाइड्रोजन इंडिया, जो यूके और अंतरराष्ट्रीय बाजारों को ध्यान में रखते हुए भारत में 1 गीगावॉट हरित अमोनिया विकसित कर रहा है; स्टैनलो टर्मिनल्स लिमिटेड, जो सक्षम भंडारण और पाइपलाइन बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है; और ईईटी बायोफ्यूल्स, जो 1 मीट्रिक टन कम कार्बन जैव ईंधन विकसित करने में निवेश कर रहा है।
ईईटी का निवेश कार्यक्रम यूके के लो कार्बन परिवर्तन में तेजी लाने, सरकार की डीकार्बोनाइजेशन नीति का समर्थन करने और उत्तरी पावरहाउस अर्थव्यवस्था के केंद्र में अत्यधिक कुशल रोजगार के अवसर पैदा करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
एनी यूके ब्रिटेन के उत्तर पश्चिम में हाईनेट नॉर्थ वेस्ट कंसोर्टियम के लिए कार्बन डाइऑक्साइड परिवहन और भंडारण के विकास का नेतृत्व कर रहा है, जो देश के सबसे अधिक ऊर्जा गहन औद्योगिक जिलों में से एक को दुनिया के पहले लो कार्बन औद्योगिक क्लस्टर में बदल देगा।
एनी यूके ने कई दशकों में जलाशय प्रबंधन में व्यापक अनुभव विकसित किया है और लिवरपूल खाड़ी में कार्बन डाइऑक्साइड को संग्रहीत करने के लिए अपनी मौजूदा अपस्ट्रीम संपत्तियों के हिस्से को फिर से उपयोग करने के लिए अपना कौशल लागू करने का इरादा रखता है, जिससे यूके को औद्योगिक गतिविधियों को डीकार्बोनाइजिंग कर अपना नेट जीरो टारगेट प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
–आईएएनएस
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