पाटन,देशबन्धु. दो दिसंबर से होने वाली धान की खरीदी अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई जिसके कारण जरूरी सुविधाओं का अभाव, स्नेह गोविंद वेयर हाउस, कही वारदाना की दिक्कत तो कही तौल काटो और जरूरी सुविधाओं का अभाव जिसकी वजह से तीन चार दिनों से किसान परेशान दिखे वही जिम्मेदारों की नीद अब खुल गई है तो जिले की पाटन तहसील की समितियों में बारदाने और पोस्टर बैनर लगाए जाने लगे हैं लेकिन जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश जारी करने के बावजूद भी समिति प्रबंधक प्रासंगिक व्यय निषेध वाले बैनर पोस्टर लगाने से कतरा रहे है.
नाम न छापने की शर्त पर एक समिति प्रबंधक ने बताया कि भैया यह बैनर पोस्टर कैसे लगाए बब्बा नहीं लगाने देगा. यहां की सभी समिति में किसानों से होने वाली तुलाई,सिलाई,चौकाई के लिए किसानों से 35 रुपए से लेकर 50 रुपए तक वसूली करने का मौखिक आदेश है हम छोटे से कर्मचारी क्या कर सकते है.
जब स्नेह गोविंद वेयर हाउस की पड़ताल की गई तो बारदाना और तीन शासकीय निर्देशों के बैनर पोस्टर तो गोदाम में लटके दिखे लेकिन सबसे जरूरी बैनर जिसमें किसानों से खरीदी केंद्रों पर प्रासंगिक व्यय की जानकारी जिसमें किसानों को बताना होगा कि किसान को धान की तुलाई,सिलाई व चौकाई का कोई भी शुल्क खरीदी केंद्र पर नहीं देना होगा.
इस तरह के बैनर पोस्टर स्नेह गोविंद वेयर हाउस में नहीं दिखा जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि आने वाले समय में स्नेह गोविंद वेयर हाउस खरीदी केंद्र में किसानों से जमकर लूट पाट होने वाली है. अब देखना होगा किसानों के अधिकार एवं उनके हितों को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारी कब तक बैनर लगाने के निर्देश देते है.