स्लीमनाबाद पुलिस थाना क्षेत्र में अंधी हत्या के मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चार आरोिपयों को गिरफ्तार कर लिया है तथा एक आरोपी फरार है. हत्या के पीछे मृतक संदीप की पत्नी से मुख्य आरोपी दीपक के प्रेम संबंध होना बताया जाता है.
मृतक अौर आरोपी जौनपुर (यूपी) के रहने वाले हैं तथा स्लीमनाबाद में रहने वाले एक दोस्त के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया गया. इसमें दीपक समेत तीन अन्य आरोपी यूपी के हैं. हत्या के लिए एक लाख रुपए दीपक ने दिए थे. इटेली थाना गौराबादशाहपुर जिला जौनपुर यूपी के दीपक यादव ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर संदीप की हत्या कर दी. हत्या की वजह थी अवैध संबंधों मे संदीप का बाधक बनना.
जिसके बाद पुलिस ने भौतिक साक्ष्यों का संकलन के आधार पर मामले का खुलासा किया और 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. सभी जिला जौनपुर उत्तरप्रदेश के रहने वाले है और एक स्लीमनाबाद का है. आरोप है कि मृतक संदीप यादव की पत्नी का पूरे घटनाक्रम के मास्टरमाइंड दीपक से अवैध संबंध थे, जिसकी जानकारी संदीप को लग गईं थी, जिसके बाद मृतक संदीप अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने लगा था. दीपक संदीप का खास दोस्त था और संदीप को दुकान खोलने के लिए पैसे दिए थे. संदीप यादव पिता महेंद्र यादव उम्र 30 वर्ष ऑटोपार्ट्स की दुकान थी, जिसमें यह गाड़ी सुधारने का काम करता था.
एक लाख में दी थी सुपारी
दीपक मृतक संदीप की पत्नी से प्रेम करता था, जिसके कारण यह सब बात उसे सहन नहीं हुई और उसने संदीप को मारने की योजना बनाई. अपने चार साथियों सहित दीपक यादव पिता साहिब लाल यादव उम्र 27 साल निवासी इटेली थाना गौराबादशाहपुर जिला जौनपुर उत्तरप्रदेश, विधि उल्लंघनकारी बालक निवासी रामपुर थाना गौराबादशाहपुर जिला जौनपुर उत्तरप्रदेश, अभिषेक यादव पिता तूफानी यादव उम्र 25 साल निवासी घुघरी थाना स्लीमनाबाद जिला कटनी, आनंद यादव पिता रामजीत यादव उम्र 24 साल निवासी बसावकपुर पोस्ट देवापार थाना मड़ियाहूं जिला जौनपुर एवं सत्येन्द्र यादव उम्र 30 वर्ष निवासी जौनपुर उत्तर प्रदेश (जो अभी फरार है) की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है. आरोपी दीपक ने हत्या के लिए सत्येंद्र यादव को 1 लाख देने की बात कही जिसके 10 हजार एडवांस में दे दिया था. गंभीर घटना को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल मर्ग क्रमांक 96/2024 दर्ज कर अपराध क्रमांक 588/2024 धारा 103(1) बीएनएस कायम कर विवेचना प्रारंभ की गयी.
रैकी कर बनाया घूमना का प्लान
योजना के तहत रेकी करने के बाद आरोपी दीपक यादव एवं सत्येंद्र यादव वापस जौनपुर चले गए एवं दिवाली पर 31 अक्टूबर को दीपक यादव ने मृतक संदीप यादव को मैहर घूमने के बहाने लाने का प्लान बनाया. आरोपी सत्येंद्र यादव ने आनंद यादव को साथ लेकर उसकी गाड़ी बुलाई एवं अन्य साथी ऋषभ यादव को बुलाया. इस प्रकार मृतक एवं अन्य आरोपी आनंद यादव की गाड़ी में बैठकर स्लीमनाबाद पहुंचे.
बेसुध होनी तक पिलाई शराब
इस दौरान रास्ते में अलग-अलग शराब दुकानों से शराब खरीद कर आरोपियों ने मृतक को शराब पिलाना शुरू किया ताकि मृतक बेसुध रहे और स्वयं भी शराब का सेवन किया, जब आरोपी स्लीमनाबाद पहुंचे तो यहां इन्होंने आरोपी अभिषेक यादव को स्लीमनाबाद बाईपास के पास बुलाया और और आरोपी अभिषेक यादव से शराब की बोतल खरीदवा कर सभी ने पुन: शराब का सेवन किया.
मरघटाई के पास की हत्या
अभिषेक यादव अपने दो पहिया वाहन से अन्य आरोपियों की कार के पीछे चलने लगा और निर्धारित स्थान चौधरी मोहल्ले के पास मरघटाई पहुंचे जहां मृतक को उतारा गया और उसको पकड़ कर घटनास्थल तक ले जाया गया चूंकि मृतक को अत्यधिक मात्रा में शराब पिलाई जा चुकी थी, जिसके कारण वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था, घटनास्थल पर पहुंचने पर मृतक को जैसे ही छोड़ा वह नीचे गिर गया.
पत्थर से कुचल दिया सिर
इसके बाद आरोपियों ने बारी-बारी से मृतक के मुंह पर पत्थरों से वार किया और चोट पहुंचाई, जब संदीप मर गया तो आरोपियों ने अभिषेक यादव की मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकाल कर मृतक को झाड़ी के पास लेटा कर कपड़े हटाकर उसके ऊपर पेट्रोल छिड़क दिया और आग लगा दी ताकि उसकी पहचान छुपाई जा सके आग लगाकर सभी आरोपी फरार हो गए.
कई टीमें लगाई गईं
पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने तत्काल संज्ञान लेते हुए अज्ञात मृतक की पहचान एवं घटना करने वाले आरोपियों को पकड़ने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ संतोष डेहरिया को निर्देशित किया और एसडीओपी स्लीमनाबाद अखिलेश गौर के नेतृत्व में एक विवेचना टीम का गठन किया जिसमें थाना स्लीमनाबाद प्रभारी अखिलेश दहिया, उमरिया पान थाना प्रभारी उपनिरीक्षक सिद्धार्थ राय एवं बाकल थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अनिल यादव के साथ साइबर सेल से प्रशांत कुमार को अलग अलग टीमों में शामिल किया गया.
आटो पार्ट्स की दुकान में काम करता था मृतक
टीम के द्वारा मृतक की पहचान संदीप यादव पिता महेन्द्र प्रताप यादव उम्र 30 साल निवासी सलैया थाना असपुर देवसरा जाला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश के रूप में हुई जो वर्तमान में जौनपुर में रहता था, जहां इसकी ऑटोपार्ट्स की दुकान थी, जिसमंे यह गाड़ी सुधारने का काम करता था. आरोपियों से पुलिस ने घटना मंे प्रयुक्त मोटर सायकल,एक कार, सभी आरोपियों के मोबाइल,घटना में प्रयुक्त किए गए पत्थर एवं अन्य साक्ष्य, मृतक के कपड़े एवं सैंडल बरामद किए है.