लखनऊ, 13 नवंबर (आईएएनएस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर समाजवादी पार्टी चुप है। इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने एक्स पर लिखा, “रामायण के अपमान पर चुप रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की माता महालक्ष्मी जी के अपमान पर भी चुप्पी ये साबित करती है कि सपा प्रमुख ने ही स्वामी प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय महासचिव बनाकर सनातन हिंदू धर्म के अपमान का एजेंडा सौप रखा है।
ये भी साबित हो गया है कि सपा प्रमुख का खुद को हिंदू बताना, विष्णु जी और परशुराम जी का मंदिर बनवाने की घोषणा और अपने पूजा पाठ का प्रचार कराना सब ढोंग है। अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के कारण सपा प्रमुख हिंदू धर्म का अपमान कराने से बाज नहीं आने वाले। स्वामी प्रसाद मौर्य तो मानसिक रूप से दिवालिया हो गए हैं। वास्तव में उनके बयानों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ही की सोच है। सपा प्रमुख हिंदू धर्म और देवी देवताओं को अपमानित कराना बंद करें।”
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा, “भाजपा के स्लीपर सेल सपा में घुस गए हैं। वह लगातार धार्मिक टिप्पणी करके लोगों की भावनाओं को आहत करने का काम कर रहे हैं। शोषितों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों के नाम पर राजनीति करने वाले कभी भी पिछड़ों की आवाज नहीं उठाते हैं। जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार भाजपा से सवाल कर रही है। सपा नेता स्वामी प्रसाद पिछड़ों की लड़ाई के बजाय कभी देवी-देवताओं पर टिप्पणी करते हैं। कभी रामचरित मानस पर सवाल उठाते हैं। सपा इस पर चुप क्यों है, कुछ बोलती क्यों नहीं है?”
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “स्वामी प्रसाद मौर्य के मुंह में बवासीर हो गया है, उन्हें इलाज की बहुत जरूरत है। मैं योगी आदित्यनाथ जी से कहूंगा कि उनके बोलने पर पाबंदी लगाएं।”
बता दें कि दीपावली पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने देवी लक्ष्मी पर विवादित बयान दिया था। जिसको लेकर सियासी बयानबाजी तेज है।
–आईएएनएस
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