पन्ना. श्रीराम शिक्षा प्रसार एवं ग्रामीण विकास समाज उत्थान समिति द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय एवं स्वामी विवेकानंद आवासीय दिव्यांग संस्थान पन्ना में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती का भव्य आयोजन किया गया.
जिसमें कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि बी.एड. प्राचार्य श्रीमती अंजुलता पांडेय एवं विशिष्ट अतिथि धीरज सेन द्वारा महारानी लक्ष्मी बाई की जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. 19 नवम्बर सन् 1828 को काशी के असीघाट, वाराणसी में मोरोपंत तांबे और भागीरथी बाई के घर एक असाधारण बालिका का जन्म हुआ जिसे प्यार से मनु कहा और उसका नाम ’मणिकर्णिका’ रखा गया.
भारतीय वसुंधरा को गौरवान्वित करने वाली झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई वास्तविक अर्थ में आदर्श वीरांगना थीं. सच्चा वीर कभी आपत्तियों से नहीं घबराता है. प्रलोभन उसे कर्तव्य पालन से विमुख नहीं कर सकते. उसका लक्ष्य उदार और उच्च होता है. उसका चरित्र अनुकरणीय होता है. अपने पवित्र उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वह सदैव आत्मविश्वासी, कर्तव्य परायण, स्वाभिमानी और धर्मनिष्ठ होता है.
ऐसी ही थीं वीरांगना लक्ष्मीबाई थी. उनकी जन्म जयंती मनाई गई तथा उपस्थित अतिथियों नें महारानी लक्ष्मीबाई के शौर्यसाहस का विस्तार से वर्णन किया. उक्त कार्यक्रम में अनेक लोग उपस्थित रहें. रानी लक्ष्मी बाई जयंती के उपलक्ष में महाविद्यालय के समस्त स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं ने सहभागिता निभाई.