नई दिल्ली, 15 जनवरी (आईएएनएस)। यहां की एक अदालत ने सोमवार को स्विस नागरिक नीना बर्जर की हत्या के एकमात्र आरोपी गुरप्रीत सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस के आरोपपत्र पर संज्ञान लिया।
नीना बर्जर का शरीर, हाथ-पैर जंजीरों से बंधे हुए, 20 अक्टूबर, 2023 को पश्चिमी दिल्ली के एक स्कूल के पास मिला था और आरोपी 33 वर्षीय सिंह को अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।
1,000 पेज का आरोपपत्र 11 जनवरी को तीस हजारी अदालत के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट देवांशु सजलान के समक्ष दायर किया गया था, जिन्होंने अब अपराध की गंभीरता को देखते हुए मामले को एक सत्र अदालत में भेज दिया है और सिंह को 30 जनवरी को प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश होने के लिए कहा है।
सिंह पर भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत आरोप हैं, जिनमें 302 (हत्या), 201 (साक्ष्यों को गायब करना), 404 (मृत व्यक्ति के पास मौजूद संपत्ति का बेईमानी से दुरुपयोग), 411 (चोरी की गई संपत्ति को बेईमानी से प्राप्त करना) और 482 (इस्तेमाल करने के लिए सजा) शामिल हैं।
जांच के दौरान पुलिस ने सिंह के कब्जे से बर्जर के पासपोर्ट सहित विभिन्न दस्तावेज बरामद किए।
शुरुआत में, सिंह द्वारा दिए गए बयानों में विसंगतियां थीं, जिन्हें बाद में मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। हत्या को लेकर उसके बयान बदलते रहे।
सिंह से पूछताछ के अनुसार, वह 2021 में अपनी स्विट्जरलैंड यात्रा के दौरान बर्जर से मिले थे और उनकी दोस्ती एक करीबी रिश्ते में बदल गई थी। सिंह अक्सर उसके करीब रहने के लिए स्विट्जरलैंड जाते थे। समय के साथ उसने उससे शादी करने की इच्छा जताई, लेकिन उसने उसके प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया।
बर्जर 11 अक्टूबर, 2023 को ज्यूरिख से दिल्ली पहुंचे थे और एक होटल में ठहरे थे। हालांकि, जैसे-जैसे सिंह से पूछताछ जारी रही, यह स्पष्ट हो गया कि वह पुलिस को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी के मोबाइल फोन की जांच से पता चला कि वह कम से कम एक दर्जन महिलाओं के संपर्क में था, जो विदेशी भी थीं, एक सबूत जो संभवतः मामले को पुलिस के मानव तस्करी सिद्धांत से जोड़ता है।
गौरतलब है कि पुलिस ने सिंह के जनकपुरी स्थित आवास से 2 करोड़ रुपये से अधिक नकदी बरामद की थी।
आगे की जांच में सिंह के बैंक खाते के जरिए पर्याप्त वित्तीय लेनदेन का पता चला, जिससे जांचकर्ताओं को आयकर अधिकारियों को सूचित करना पड़ा। इन उच्च-मूल्य के लेनदेन और बेहिसाब नकदी ने संदेह पैदा किया कि मामला मानव तस्करी से संबंधित हो सकता है।
पीड़िता के शरीर पर कट और कुछ जले के निशान से यह भी संकेत मिलता है कि हत्या से पहले शायद उसे प्रताड़ित किया गया था। यहां तक कि जिन ताले और जंजीरों से महिला बंधी हुई मिली थी।
–आईएएनएस
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