नई दिल्ली, 15 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे प्रसिद्ध कॉलेजों में से एक हंसराज कॉलेज ने अपने हॉस्टल में छात्रों को नॉनवेज भोजन परोसना बंद कर दिया है। कोरोनावायरस के बाद से नियमित तौर पर शुरू हुई पढ़ाई के साथ ही यहां हॉस्टल में नॉन वेज भोजन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।
इस विषय में हंसराज कॉलेज प्रशासन ने आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि यह निर्णय कोरोना के बाद पहली बार ऑफलाइन कक्षाएं शुरू होने के साथ ही ले लिया गया था। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय संबंधित कमेटी के लोगों ने लिया है। इसके साथ ही कॉलेज ने यह भी स्वीकार किया है कि हॉस्टल के मैन्यू में किए गए बदलाव को लेकर छात्रों को पूर्व जानकारी नहीं दी गई। कॉलेज का यह भी कहना है कि हॉस्टल के मैन्यू में इस बदलाव को लेकर छात्रों के साथ चर्चा की जानी चाहिए थी।
इसके साथ ही हंसराज कॉलेज का कहना है कि नॉनवेज भोजन उपलब्ध न कराए जाने को लेकर अभी तक किसी भी छात्र की ओर से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
हंसराज कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे प्रसिद्ध कॉलेजों में से एक है। यहां अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए मेरिट लिस्ट 99 प्रतिशत तक जाती है। इसके साथ ही हंसराज कॉलेज न केवल दिल्ली एनसीआर बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले छात्रों की वरीयता सूची में शामिल होता है। विश्वविद्यालय प्रशासन यह तो बताने में सक्षम रहा कि अब हॉस्टल में नॉनवेज भोजन नहीं दिया जा रहा है लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि कब और किसके आदेश पर मांसाहार बंद किया गया है।
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि शाकाहारी खाना दिए जाने को लेकर छात्रों की ओर से ऐसी कोई शिकायत नहीं है। प्रशासन ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि कॉलेज की कैंटीन में तो नॉन-वेज खाना कभी दिया ही नहीं जाता था। कोरोना महामारी की वजह से हॉस्टल में भी मांसाहारी खाने पर रोक लगा दी गई थी और स्टूडेंट्स को सिर्फ शाकाहारी खाना दिया जाने लगा।
विश्वविद्यालय से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि कोरोना के दौरान और लॉकडाउन समाप्त होने के बाद कई स्थानों पर और स्वयं कई छात्रों ने लंबे समय तक मांसाहार भोजन से परहेज किया है।
–आईएएनएस
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