मुंबई, 15 जनवरी (आईएएनएस)। प्रशांत वर्मा की फिल्म ‘हनुमान’ को दर्शकों से बहुत प्यार मिल रहा है। फिल्म बड़े पर्दे पर बेहतर प्रदर्शन कर रही हैै।
प्रशांत वर्मा के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट ने न केवल भारत की पहली घरेलू सुपरहीरो फिल्म की शुरुआत की है, बल्कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और बिहार के दर्शकों को भी गहराई से प्रभावित किया है।
पिछले शुक्रवार को रिलीज हुई फिल्म ने वर्मा के सिनेमाई ब्रह्मांड की शुरुआत की, फिल्म को असामान्य क्षेत्रों से खरीदार मिले, जहां निर्माताओं को अपनी छाप छोड़ने की उम्मीद नहीं थी।
‘हनुमान’ हमें असाधारण क्षमताओं की खोज करने वाले एक सामान्य व्यक्ति से परिचित कराता है, जो खुद को अच्छाई बनाम बुराई की दिलचस्प लड़ाई में झोंक देता है।
जो बात इस फिल्म को अलग करती है, वह न केवल इसकी अपरंपरागत कहानी है, बल्कि शानदार हिंदी संवाद भी हैं, जो अनुभव को बेहतर बनाते हैं।
दर्शकों के बीच गूंजती ये दमदार और यादगार पंक्तियां, सीटी बजाने योग्य क्षण बन गई हैं, जिससे फिल्म को अनोखी बढ़त मिल गई है। फिल्म के क्लाइमेक्स में ऐसा अहसास है जो दर्शकों को बड़े बजट की फिल्मों की ओर वापस ले जा रहा है।
सावधानीपूर्वक तैयार किए गए हिंदी संवादों ने दर्शकों के लिए एक प्रामाणिक और गहन अनुभव सुनिश्चित करते हुए, भगवान हनुमान की पहेली को पकड़ लिया है, जो कि फिल्म के हिंदी संस्करण में समाहित है।
भावना को पकड़ने के लिए फिल्म का समर्पण हर पंक्ति में स्पष्ट है, जो हिंदी क्षेत्र के सांस्कृतिक ताने-बाने के साथ सहजता से मिश्रित हैं। संवाद पौराणिक चरित्र से जुड़ी शक्ति और भक्ति का प्रतीक हैं, जो दर्शकों को अंजनाद्रि की रहस्यमयी दुनिया में ले जाते हैं।
हनुमान आरकेडी स्टूडियो की प्रस्तुति है। निरंजन रेड्डी फिल्म के निर्माता हैं। वेंकट कुमार जेट्टी इसके लाइन प्रोड्यूसर हैं।
–आईएएनएस
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