पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
–आईएएनएस
पीएसएम/जीकेटी
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
–आईएएनएस
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
–आईएएनएस
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
–आईएएनएस
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।
–आईएएनएस
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पटना, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन में ममता बनर्जी द्वारा नेतृत्व की मंशा जाहिर करने और महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी द्वारा गठबंधन से अलग होने की बात के बाद चल रहे बिखराव की खबरों पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट और अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए इंडी गठबंधन में बिखराव की खबरों पर कहा, “जनता दल यूनाइटेड और नीतीश कुमार गठबंधन से इसलिए बाहर आए थे क्योंकि हमें यह पहले से पता था कि यह गठबंधन एकजुट होकर काम नहीं कर पाएगा।”
आगे उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा पर कहा, “इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर विवाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व से क्षेत्रीय नेता खुश नहीं हैं।”
इसके बाद, महाराष्ट्र में कांग्रेस के विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह से वॉकआउट पर उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि उन्हें लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है। इसके विपरीत, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने शपथ लेकर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।”
अंत में, अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा, “आने वाले दो महीनों में दिल्ली में चुनाव होने हैं और सभी दल अपनी-अपनी समस्याओं में व्यस्त हैं।”
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना अब बिखरती नजर आ रही है। दरअसल, 2023 में देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों ने मिलकर लोकसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया था, और इन दलों ने मिलकर इंडी गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव एलायंस) का गठन किया था। इस गठबंधन का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस के पास है, जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन को बहुमत हासिल नहीं हुआ, और अब इसमें शामिल दल धीरे-धीरे इससे अलग होते हुए नजर आ रहे हैं।