चंडीगढ़, 30 मार्च (आईएएनएस)। पहली अप्रैल से लागू होने जा रही टोल टैक्स वृद्धि का असर हरियाणा में भी देखने को मिलेगा, जिससे आम जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इसको लेकर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला।
रामपाल माजरा ने कहा कि भाजपा सरकार केवल सड़कों के निर्माण का श्रेय लेने में लगी रहती है, लेकिन इसके बदले जनता पर टोल टैक्स का बोझ लादा जा रहा है। उन्होंने कहा, “देशभर में हर सड़क पर टोल लगाया गया है। सरकार बजट में नए टैक्स न लगाने की बात करती है, लेकिन बाद में टैक्स और टोल बढ़ाकर जनता पर आर्थिक भार डाल देती है।”
इनेलो प्रदेश अध्यक्ष ने बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के उस बयान पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि “देश में एक भी बाबर या मुगलों की संतान नहीं रहनी चाहिए”।
रामपाल माजरा ने कहा कि धार्मिक प्रचारकों को समाज को जोड़ने का कार्य करना चाहिए, न कि संकीर्ण मानसिकता फैलानी चाहिए। उन्होंने कहा, “इस तरह के बयानों से समाज में दुश्मनी फैलती है। धर्मगुरुओं को लोगों को जोड़ने का कार्य करना चाहिए, न कि उन्हें तोड़ने का।”
हरियाणा सरकार द्वारा 31 मार्च की राजपत्रित छुट्टी को वैकल्पिक अवकाश में बदलने के फैसले पर भी रामपाल माजरा ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि धर्म और त्योहारों से जुड़े मामलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए, न ही किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा धार्मिक और जातिगत राजनीति कर रही है और एक वर्ग को खुश करने के लिए ऐसे निर्णय ले रही है। माजरा ने कहा, “भाजपा सरकार हरियाणा की भाईचारे वाली संस्कृति को तोड़ने का काम कर रही है।”
रामपाल माजरा ने हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा में जनता से जुड़े मुद्दे नहीं उठाए और केवल शेर-ओ-शायरी तक सीमित रही। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने कोई ऐसा मुद्दा नहीं उठाया, जो प्रदेश की जनता चाहती थी। सदन में भाजपा के एक मंत्री पर पैसे लेने के आरोप लगे, लेकिन कांग्रेस ने इस मामले को भी जोर-शोर से नहीं उठाया।”
–आईएएनएस
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