नई दिल्ली, 11 जून (आईएएनएस)। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने कहा है कि दिल्ली को जितना पानी मिलना चाहिए, उतना नहीं मिल रहा है। हरियाणा की तरफ से छोड़ा जा रहा पानी न जाने कहां गायब हो जा रहा है, जो दिल्ली तक नहीं पहुंच पा रहा है।
उन्होंने कहा कि जब से यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है, तब से वजीराबाद बैराज का पानी लगातार नीचे गिर रहा है। जितना पानी हरियाणा सरकार को मुनक कैनाल और वजीराबाद बैराज के लिए छोड़ना चाहिए, वह नहीं छोड़ रही है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि दिल्ली के जितने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट हैं, वह अपनी कैपेसिटी के हिसाब से काम नहीं कर पा रहे हैं और पूरी दिल्ली में जल संकट बना हुआ है।
आतिशी ने आरोप लगाया कि जब हम हरियाणा सरकार से बात करते हैं तो वह कह रहे हैं कि हम तो पानी छोड़ रहे हैं, लेकिन यह पानी रास्ते में कहां गायब हो जाता है। हरियाणा सरकार के झूठ का खुलासा उन्हीं के सुप्रीम कोर्ट में दायर एफिडेविट से हुआ है। हरियाणा सरकार ने हिमाचल प्रदेश से भेजे जा रहे पानी को रास्ता नहीं दिया और हरियाणा सरकार की साजिश यही नहीं रुकी। जो मुनक कैनाल में पानी आता है, अपर यमुना रिवर बोर्ड के फैसले के बाद भी लगातार हरियाणा कम पानी छोड़ रहा है। दिल्ली में चुनाव से पहले चार दिनों तक हरियाणा ने कम पानी छोड़ा है।
आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जो एफिडेविट हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जमा किया है, उसमें साफतौर पर दिख रहा है कि बीते 7, 8, 9 और 10 जून को जो 710 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता, उसकी जगह 657 क्यूसेक पानी छोड़ा गया और दूसरे सेंटर पर जो 330 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता, वह 310 क्यूसेक छोड़ा गया है। हरियाणा के दिए गए एफिडेविट से ही साफ हो गया है कि वह पूरी तरीके से मुनक कैनाल पर ही कम पानी छोड़ रहा है। जिसकी वजह से दिल्ली में जल संकट बरकरार है।
–आईएएनएस
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