नई दिल्ली, 4 सितम्बर (आईएएनएस)। हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस एक साथ आने के लिए तैयार है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन हो रहा है और जल्द ही एक प्रेस वार्ता कर इसका ऐलान किया जाएगा। पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने तंज कसते हुए कहा कि उनके गठबंधन का वही हश्र होगा जो दिल्ली में लोकसभा चुनाव में हुआ था।
सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को भी दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व जल्द ही सुलझा लेंगे। लेकिन, देखने वाली बात यह होगी कि एक वक्त तक अपने दम पर चुनाव लड़ने का दावा करने वाली आप को कांग्रेस विधानसभा की 90 सीटों में से कितनी सीट लड़ने के लिए देती है।
कुछ वक्त पहले तक दोनों पार्टियां अपने दम पर चुनाव लड़ने का दावा कर रही थीं और अपने दम पर प्रदेश में अगली सरकार बनाने की बात कर रही थीं। लेकिन, भाजपा को तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने से रोकने के लिए अब कांग्रेस-आप मिलकर लड़ेंगी।
हरियाणा में आप और कांग्रेस के गठबंधन पर पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में भी गठबंधन किया था। नतीजा सबके सामने हैं। दिल्ली की सातों सीट भाजपा की झोली में गई थी।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर आप-कांग्रेस गठबंधन ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। आप ने चार और कांग्रेस ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सभी सीटों पर गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा।
भाजपा सांसद ने कहा, दिल्ली की तरह ही आप और कांग्रेस हरियाणा में भी गठबंधन करने जा रहे हैं। लेकिन, हरियाणा की जनता समझदार है। दोनों राष्ट्रीय पार्टियां, जो एक-दूसरे को कोसने का एक भी मौका नहीं छोड़ती हैं, एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस को आम आदमी पार्टी की ज़रूरत पड़ रही है। वहीं, आप, जिसका जन्म कांग्रेस को भ्रष्टाचारी कहते हुए हुआ था, वह उसके साथ जाने के लिए तैयार है। हरियाणा की जनता को समझ में आता है कि वे विकास कार्य करना नहीं, विकास को रोकना चाहते हैं। जनता विकास के लिए भाजपा को वोट देगी।
–आईएएनएस
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