नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक नया मोड़ आ गया है, जहां आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा जोरों पर है। दावा किया जा रहा है कि दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं। इसी बीच, भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने इस गठबंधन के कयास पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा है कि यह गठबंधन केवल सत्ता के लालच में किया गया है और यह दोनों पार्टियां एक दूसरे के विरोधी विचारों को भूलकर साथ आई है।
मनोज तिवारी ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस को गठबंधन की जरूरत महसूस होने लगी, इसका मतलब है कि हरियाणा के लोग तीसरी बार भाजपा के प्रति विश्वास जता रहे हैं। हरियाणा में कांग्रेस का जो भी थोड़ा बहुत जनाधार था वह जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला से हाथ मिलाने के बाद यहां भी खत्म हो गया, क्योंकि यहां की जनता को भी कांग्रेस का नजरिया समझ में आ गया है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस हरियाणा की जनता के साथ धोखा कर रही हैं। उनके गठबंधन से जनता को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा हरियाणा में मजबूती से लड़ेगी और जनता का विश्वास हासिल करेगी।
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन किया। ये वही पार्टी है जो कहती है कि हम फिर से आर्टिकल 370 लाएंगे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की पूरी जमीन खिसक चुकी है। आम आदमी पार्टी ने इनके साथ गठबंधन किया है, यानी यह साफ है कि आम आदमी पार्टी भी जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को फिर से लागू करने के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि आप-कांग्रेस के गठबंधन से हरियाणा में भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं होगी। इन लोगों ने लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली की सभी सात सीटों पर गठबंधन में चुनाव लड़ा था, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में नई सरकार के गठन के लिए पांच अक्टूबर को सभी 90 सीटों पर मतदान होगा। वहीं, 8 अक्टूबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। इसके पहले हरियाणा में 1 अक्टूबर को चुनाव होना था और चार अक्टूबर को नतीजे आने थे।
–आईएएनएस
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