चंडीगढ़, 13 नवंबर (आईएएनएस)। हरियाणा में भाजपा की तीसरी बार सरकार बन चुकी है। नायब सैनी ने प्रदेश में बतौर दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली है।
लेकिन, विधानसभा में कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा। अभी कांग्रेस की ओर से किसी भी विधायक के नाम का ऐलान नहीं हुआ है। हालांकि, ज्यादातर विधायक यह चाहते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ही हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर चुना जाए। इधर, कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा इस पर मंथन चल रहा है। कहा जा रहा है कि झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुन लेगा।
हालांकि, सत्ताधारी पार्टी भाजपा द्वारा कांग्रेस पर लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस में नेता विपक्ष को लेकर गतिरोध चल रहा है। इस सबके बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को कहा है कि जल्दबाजी किस बात की है। कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव मई में हुए और भाजपा ने नेता विपक्ष नवंबर में चुना है। हमारी ओर से प्रस्ताव हाईकमान को भेज दिया गया है और पार्टी हाईकमान आखिरी फैसला लेगा। मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि जो भी होगा वह झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद ही होगा।
कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने नेता विपक्ष पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा है कि कर्नाटक में मई में चुनाव हुए। भाजपा ने नेता विपक्ष चुनने के लिए काफी समय लिया और नवंबर में विपक्ष का नेता चुना गया। उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष के लिए सभी विधायक अपनी बात रखेंगे सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। मैं पार्टी का एक सिपाही हूं। मेरा नाम नेता विपक्ष के लिए मीडिया के साथियों ने उठाया होगा। मुझे इस बारे में कुछ मालूम नहीं है। मैं कांग्रेस का एक सच्चा सिपाही हूं। पार्टी के अंदर नेता विपक्ष को लेकर किसी भी तरह का कोई गतिरोध नहीं है। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद नेता प्रतिपक्ष का नाम भी चुन लिया जाएगा। ज्यादातर विधायक चाहते हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा नेता प्रतिपक्ष बने। लेकिन, आखिरी फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ही करेंगे।
–आईएएनएस
डीकेएम/जीकेटी