चंडीगढ़, 6 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा में शनिवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला है। प्रदेश में 20 आईएएस अधिकारियों और एक एचसीएस अधिकारी के तबादले एवं नियुक्ति का आदेश जारी किया गया है। राज्यपाल ने इन नियुक्ति और तबादलों की मंजूरी दे दी है। यह कदम राज्य के प्रशासनिक ढांचे को और सुदृढ़ करने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
आदेश के अनुसार अधिकारियों की प्रमुख ट्रांसफर पोस्टिंग में, सुधीर राजपाल (आईएएस, 1990 बैच) को अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) के रूप में स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। डॉ. राजा शेखर वुंडरू (आईएएस, 1991 बैच) को मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया है, साथ ही वे अपने वर्तमान कर्तव्यों को भी जारी रखेंगे।
इसके अलावा, टीएल सत्यप्रकाश (आईएएस, 2002 बैच) को खनन, भूविज्ञान और महिला एवं बाल विकास विभाग का आयुक्त एवं सचिव नियुक्त किया गया है, जो सुधीर राजपाल का स्थान लेंगे। विवेक अग्रवाल (आईएएस, 2004 बैच) को उद्योग और वाणिज्य विभाग का निदेशक नियुक्त किया गया है, जबकि वे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग के निदेशक के रूप में भी कार्य करेंगे।
राजीव रतन (आईएएस, 2008 बैच) को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का निदेशक बनाया गया है, जो रोहतक डिवीजन के आयुक्त के अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे। यश गर्ग (आईएएस, 2009 बैच) को उद्योग और वाणिज्य निगम हरियाणा लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है, साथ ही वे वित्त निगम हरियाणा के प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम करेंगे।
धर्मेंद्र सिंह (आईएएस, 2012 बैच) को प्रशासक (एचक्यू) और विशेष सचिव, पंचकुला के रूप में नियुक्त किया गया है। मनदीप कौर (आईएएस, 2013 बैच) को हरियाणा और विशेष सचिव, वन्य प्राणी संरक्षण विभाग का आयुक्त नियुक्त किया गया है। फतेहाबाद की मुनिश शर्मा (आईएएस, 2014 बैच) को हरियाणा बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन, भिवानी की सचिव बनाया गया है। मोनिका गुप्ता (आईएएस, 2014 बैच) को प्रशासक, पंचकुला और निगम आयुक्त, अंबाला नियुक्त किया गया है, जो इस पद के लिए रिक्त थीं।
इन नियुक्तियों में कई अधिकारियों को अपने वर्तमान प्रभार के साथ अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गई हैं, जिससे प्रशासनिक कार्यों में तालमेल और दक्षता बढ़ेगी। सूत्रों के अनुसार ये बदलाव विभिन्न विभागों में बेहतर समन्वय और विकास कार्यों को गति देने के लिए किए गए हैं। अधिकारियों को अपने नए दायित्वों को प्रभावी ढंग से निभाने के निर्देश दिए गए हैं। यह कदम हरियाणा सरकार की ओर से राज्य के विकास और जनकल्याण के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
–आईएएनएस
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