गांधीग्राम. जबलपुर-रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 हाइवे फोरलेन सड़क की सुंदरता व सुरक्षा के लिए सड़क के नालों, पुलों,घुमावदार सड़कों, ओवरब्रिजों में जगह-जगह मजबूत रैलिंग लगाई गई थी,किन्तु इन रैलिंगों की सुरक्षा व रखरखाव के आभाव में यह रैलिंग न केवल अपना महत्व खो रही है अपितु घनी झाड़ियों से पटी रहने के कारण रैलिंग दिखाई भी नही देती.
गांधीग्राम से सिहोरा की ओर क्रमशः घाट सिमरिया स्थित हिरन नदी पुल के प्रवेश से पहले हाईवे पर लगी रैलिंग,हाईवे से गांधीग्राम बायपास से गुजरने वाली बरगी दांयी तट की बेली माइनर नहर पुल की रेलिंग,रामपुर के आगे धमधा से जुझारी तक,बघेला नाला आदि स्थानों पर लगी रैलिंग झाड़-झंखाड़ से पटी हैं. झाड़-झंखाड़ के चलते वाहन चालकों के सामने परेशानी बढ़ गई है. कारण कि ओवरटेक करते वाहनों की सुरक्षित क्रासिंग मुश्किल हो जाती है. झाड़ियों के चलते मोड़ पर कुछ दिखता नहीं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
सड़क किनारे कई स्थानों पर कटीले पौधे उग आए हैं. इन पौधों के बीच उलझ कर आए दिन राहगीर घायल हो जा रहे हैं. सफाई न होने से राहगीरों के समक्ष बराबर खतरा बना रहता है.
वाहन चालकों को खतरा–शाम होते ही वाहनों की तेज रोशनी से साइकिल व मोटरसाइकिल सवार अनियंत्रित होकर इन
झाड़ियों में गिरकर घायल हो जाते हैं. ऐसे में समय रहते हाईवे पर पटरियों की सफाई नहीं की गई तो बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं.