deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज बन सकता है हार्ट फेलियर का कारण

by
October 4, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती भोजन संबंधी आदतों को लेकर लोगों में कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अनुपात सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। जिन मरीजों में यह दोनों ही समस्यााएं पाई जाती है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक के संबंध में जानने के लिए आईएएनएस ने मेडिकल ट्रस्ट हॉस्पिटल कोच्चि के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सागी वी कुरुट्टुकुलम से बात की।

READ ALSO

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर उज्जैन में निकली तिरंगा यात्रा

अब ‘गया जी’ के नाम से जाना जाएगा गया, बिहार कैबिनेट ने दी मंजूरी

हार्ट डिजीज के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए डॉक्‍टर सागी वी कुरुट्टुकुलम ने बताया, ”हाल ही में हृदय संबंधी बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे लोगों की कम उम्र में ही मौत हो रही है। हार्ट फेलियर का मतलब यह नहीं है कि आपका दिल रुकने वाला है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आपकी हृदय की मांसपेशी शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर रही है।”

हार्ट फेलियर एक क्लिनिकल सिंड्रोम है, यह स्थिति तब आती है जब हृदय शरीर की मेटाबोलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शरीर में रक्‍त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।

हार्ट फेलियर के कारणों के बारे में बात करते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”हार्ट फेलियर के प्राथमिक कारणों में इस्केमिक हार्ट डिजीज, हाई ब्‍लड प्रेशर और डायबिटीज शामिल हैं। लगभग तीन-चौथाई हार्ट फेलियर के मरीज पहले से ही हाई ब्‍लड प्रेशर के शिकार होते हैं।”

उन्‍होंने कहा कि सामान्य ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में हाई ब्‍लड प्रेशर वाले मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा दोगुना हो जाता है।

आगे कहा, ”हार्ट फेलियर के अन्‍य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, टॉक्सिन (जैसे शराब और साइटोटॉक्सिक दवाएं), वाल्वुलर डिजीज और एरिथमिया शामिल हैं।

हार्ट फेलियर के लक्षणों की बात करें तो इसमें सांस लेने में दिक्‍क्त, खांसी, घरघराहट, थकान, मतली, भूख न लगना, धड़कन का अचानक से बढ़ जाना शामिल है।

हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”अपने भोजन में नमक का सेवन कम करें। पके हुए, कच्चे, पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड फूड से हो सके तो प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक लें। तरल पदार्थ का सेवन प्रतिदिन 1.5-2 लीटर तक सीमित रखें। वजन को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही सप्ताह में 3-4 दिन कम से कम 20 मिनट का व्यायाम अपने लाइफस्‍टाइल में शामिल करें। धूम्रपान छोड़ने के अलावा शराब का सेवन सीमित करने के साथ तनाव को भी कम करने का काम करें।”

उन्‍होंने कहा कि ये परिवर्तन जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ आपको हार्ट फेलियर के खतरे से भी बचाएंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती भोजन संबंधी आदतों को लेकर लोगों में कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अनुपात सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। जिन मरीजों में यह दोनों ही समस्यााएं पाई जाती है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक के संबंध में जानने के लिए आईएएनएस ने मेडिकल ट्रस्ट हॉस्पिटल कोच्चि के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सागी वी कुरुट्टुकुलम से बात की।

हार्ट डिजीज के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए डॉक्‍टर सागी वी कुरुट्टुकुलम ने बताया, ”हाल ही में हृदय संबंधी बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे लोगों की कम उम्र में ही मौत हो रही है। हार्ट फेलियर का मतलब यह नहीं है कि आपका दिल रुकने वाला है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आपकी हृदय की मांसपेशी शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर रही है।”

हार्ट फेलियर एक क्लिनिकल सिंड्रोम है, यह स्थिति तब आती है जब हृदय शरीर की मेटाबोलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शरीर में रक्‍त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।

हार्ट फेलियर के कारणों के बारे में बात करते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”हार्ट फेलियर के प्राथमिक कारणों में इस्केमिक हार्ट डिजीज, हाई ब्‍लड प्रेशर और डायबिटीज शामिल हैं। लगभग तीन-चौथाई हार्ट फेलियर के मरीज पहले से ही हाई ब्‍लड प्रेशर के शिकार होते हैं।”

उन्‍होंने कहा कि सामान्य ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में हाई ब्‍लड प्रेशर वाले मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा दोगुना हो जाता है।

आगे कहा, ”हार्ट फेलियर के अन्‍य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, टॉक्सिन (जैसे शराब और साइटोटॉक्सिक दवाएं), वाल्वुलर डिजीज और एरिथमिया शामिल हैं।

हार्ट फेलियर के लक्षणों की बात करें तो इसमें सांस लेने में दिक्‍क्त, खांसी, घरघराहट, थकान, मतली, भूख न लगना, धड़कन का अचानक से बढ़ जाना शामिल है।

हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”अपने भोजन में नमक का सेवन कम करें। पके हुए, कच्चे, पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड फूड से हो सके तो प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक लें। तरल पदार्थ का सेवन प्रतिदिन 1.5-2 लीटर तक सीमित रखें। वजन को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही सप्ताह में 3-4 दिन कम से कम 20 मिनट का व्यायाम अपने लाइफस्‍टाइल में शामिल करें। धूम्रपान छोड़ने के अलावा शराब का सेवन सीमित करने के साथ तनाव को भी कम करने का काम करें।”

उन्‍होंने कहा कि ये परिवर्तन जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ आपको हार्ट फेलियर के खतरे से भी बचाएंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती भोजन संबंधी आदतों को लेकर लोगों में कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अनुपात सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। जिन मरीजों में यह दोनों ही समस्यााएं पाई जाती है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक के संबंध में जानने के लिए आईएएनएस ने मेडिकल ट्रस्ट हॉस्पिटल कोच्चि के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सागी वी कुरुट्टुकुलम से बात की।

हार्ट डिजीज के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए डॉक्‍टर सागी वी कुरुट्टुकुलम ने बताया, ”हाल ही में हृदय संबंधी बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे लोगों की कम उम्र में ही मौत हो रही है। हार्ट फेलियर का मतलब यह नहीं है कि आपका दिल रुकने वाला है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आपकी हृदय की मांसपेशी शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर रही है।”

हार्ट फेलियर एक क्लिनिकल सिंड्रोम है, यह स्थिति तब आती है जब हृदय शरीर की मेटाबोलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शरीर में रक्‍त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।

हार्ट फेलियर के कारणों के बारे में बात करते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”हार्ट फेलियर के प्राथमिक कारणों में इस्केमिक हार्ट डिजीज, हाई ब्‍लड प्रेशर और डायबिटीज शामिल हैं। लगभग तीन-चौथाई हार्ट फेलियर के मरीज पहले से ही हाई ब्‍लड प्रेशर के शिकार होते हैं।”

उन्‍होंने कहा कि सामान्य ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में हाई ब्‍लड प्रेशर वाले मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा दोगुना हो जाता है।

आगे कहा, ”हार्ट फेलियर के अन्‍य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, टॉक्सिन (जैसे शराब और साइटोटॉक्सिक दवाएं), वाल्वुलर डिजीज और एरिथमिया शामिल हैं।

हार्ट फेलियर के लक्षणों की बात करें तो इसमें सांस लेने में दिक्‍क्त, खांसी, घरघराहट, थकान, मतली, भूख न लगना, धड़कन का अचानक से बढ़ जाना शामिल है।

हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”अपने भोजन में नमक का सेवन कम करें। पके हुए, कच्चे, पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड फूड से हो सके तो प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक लें। तरल पदार्थ का सेवन प्रतिदिन 1.5-2 लीटर तक सीमित रखें। वजन को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही सप्ताह में 3-4 दिन कम से कम 20 मिनट का व्यायाम अपने लाइफस्‍टाइल में शामिल करें। धूम्रपान छोड़ने के अलावा शराब का सेवन सीमित करने के साथ तनाव को भी कम करने का काम करें।”

उन्‍होंने कहा कि ये परिवर्तन जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ आपको हार्ट फेलियर के खतरे से भी बचाएंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती भोजन संबंधी आदतों को लेकर लोगों में कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अनुपात सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। जिन मरीजों में यह दोनों ही समस्यााएं पाई जाती है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक के संबंध में जानने के लिए आईएएनएस ने मेडिकल ट्रस्ट हॉस्पिटल कोच्चि के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सागी वी कुरुट्टुकुलम से बात की।

हार्ट डिजीज के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए डॉक्‍टर सागी वी कुरुट्टुकुलम ने बताया, ”हाल ही में हृदय संबंधी बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे लोगों की कम उम्र में ही मौत हो रही है। हार्ट फेलियर का मतलब यह नहीं है कि आपका दिल रुकने वाला है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आपकी हृदय की मांसपेशी शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर रही है।”

हार्ट फेलियर एक क्लिनिकल सिंड्रोम है, यह स्थिति तब आती है जब हृदय शरीर की मेटाबोलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शरीर में रक्‍त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।

हार्ट फेलियर के कारणों के बारे में बात करते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”हार्ट फेलियर के प्राथमिक कारणों में इस्केमिक हार्ट डिजीज, हाई ब्‍लड प्रेशर और डायबिटीज शामिल हैं। लगभग तीन-चौथाई हार्ट फेलियर के मरीज पहले से ही हाई ब्‍लड प्रेशर के शिकार होते हैं।”

उन्‍होंने कहा कि सामान्य ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में हाई ब्‍लड प्रेशर वाले मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा दोगुना हो जाता है।

आगे कहा, ”हार्ट फेलियर के अन्‍य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, टॉक्सिन (जैसे शराब और साइटोटॉक्सिक दवाएं), वाल्वुलर डिजीज और एरिथमिया शामिल हैं।

हार्ट फेलियर के लक्षणों की बात करें तो इसमें सांस लेने में दिक्‍क्त, खांसी, घरघराहट, थकान, मतली, भूख न लगना, धड़कन का अचानक से बढ़ जाना शामिल है।

हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”अपने भोजन में नमक का सेवन कम करें। पके हुए, कच्चे, पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड फूड से हो सके तो प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक लें। तरल पदार्थ का सेवन प्रतिदिन 1.5-2 लीटर तक सीमित रखें। वजन को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही सप्ताह में 3-4 दिन कम से कम 20 मिनट का व्यायाम अपने लाइफस्‍टाइल में शामिल करें। धूम्रपान छोड़ने के अलावा शराब का सेवन सीमित करने के साथ तनाव को भी कम करने का काम करें।”

उन्‍होंने कहा कि ये परिवर्तन जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ आपको हार्ट फेलियर के खतरे से भी बचाएंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती भोजन संबंधी आदतों को लेकर लोगों में कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अनुपात सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। जिन मरीजों में यह दोनों ही समस्यााएं पाई जाती है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक के संबंध में जानने के लिए आईएएनएस ने मेडिकल ट्रस्ट हॉस्पिटल कोच्चि के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सागी वी कुरुट्टुकुलम से बात की।

हार्ट डिजीज के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए डॉक्‍टर सागी वी कुरुट्टुकुलम ने बताया, ”हाल ही में हृदय संबंधी बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे लोगों की कम उम्र में ही मौत हो रही है। हार्ट फेलियर का मतलब यह नहीं है कि आपका दिल रुकने वाला है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आपकी हृदय की मांसपेशी शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर रही है।”

हार्ट फेलियर एक क्लिनिकल सिंड्रोम है, यह स्थिति तब आती है जब हृदय शरीर की मेटाबोलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शरीर में रक्‍त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।

हार्ट फेलियर के कारणों के बारे में बात करते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”हार्ट फेलियर के प्राथमिक कारणों में इस्केमिक हार्ट डिजीज, हाई ब्‍लड प्रेशर और डायबिटीज शामिल हैं। लगभग तीन-चौथाई हार्ट फेलियर के मरीज पहले से ही हाई ब्‍लड प्रेशर के शिकार होते हैं।”

उन्‍होंने कहा कि सामान्य ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में हाई ब्‍लड प्रेशर वाले मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा दोगुना हो जाता है।

आगे कहा, ”हार्ट फेलियर के अन्‍य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, टॉक्सिन (जैसे शराब और साइटोटॉक्सिक दवाएं), वाल्वुलर डिजीज और एरिथमिया शामिल हैं।

हार्ट फेलियर के लक्षणों की बात करें तो इसमें सांस लेने में दिक्‍क्त, खांसी, घरघराहट, थकान, मतली, भूख न लगना, धड़कन का अचानक से बढ़ जाना शामिल है।

हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”अपने भोजन में नमक का सेवन कम करें। पके हुए, कच्चे, पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड फूड से हो सके तो प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक लें। तरल पदार्थ का सेवन प्रतिदिन 1.5-2 लीटर तक सीमित रखें। वजन को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही सप्ताह में 3-4 दिन कम से कम 20 मिनट का व्यायाम अपने लाइफस्‍टाइल में शामिल करें। धूम्रपान छोड़ने के अलावा शराब का सेवन सीमित करने के साथ तनाव को भी कम करने का काम करें।”

उन्‍होंने कहा कि ये परिवर्तन जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ आपको हार्ट फेलियर के खतरे से भी बचाएंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती भोजन संबंधी आदतों को लेकर लोगों में कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अनुपात सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। जिन मरीजों में यह दोनों ही समस्यााएं पाई जाती है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक के संबंध में जानने के लिए आईएएनएस ने मेडिकल ट्रस्ट हॉस्पिटल कोच्चि के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सागी वी कुरुट्टुकुलम से बात की।

हार्ट डिजीज के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए डॉक्‍टर सागी वी कुरुट्टुकुलम ने बताया, ”हाल ही में हृदय संबंधी बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे लोगों की कम उम्र में ही मौत हो रही है। हार्ट फेलियर का मतलब यह नहीं है कि आपका दिल रुकने वाला है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आपकी हृदय की मांसपेशी शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर रही है।”

हार्ट फेलियर एक क्लिनिकल सिंड्रोम है, यह स्थिति तब आती है जब हृदय शरीर की मेटाबोलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शरीर में रक्‍त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।

हार्ट फेलियर के कारणों के बारे में बात करते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”हार्ट फेलियर के प्राथमिक कारणों में इस्केमिक हार्ट डिजीज, हाई ब्‍लड प्रेशर और डायबिटीज शामिल हैं। लगभग तीन-चौथाई हार्ट फेलियर के मरीज पहले से ही हाई ब्‍लड प्रेशर के शिकार होते हैं।”

उन्‍होंने कहा कि सामान्य ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में हाई ब्‍लड प्रेशर वाले मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा दोगुना हो जाता है।

आगे कहा, ”हार्ट फेलियर के अन्‍य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, टॉक्सिन (जैसे शराब और साइटोटॉक्सिक दवाएं), वाल्वुलर डिजीज और एरिथमिया शामिल हैं।

हार्ट फेलियर के लक्षणों की बात करें तो इसमें सांस लेने में दिक्‍क्त, खांसी, घरघराहट, थकान, मतली, भूख न लगना, धड़कन का अचानक से बढ़ जाना शामिल है।

हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”अपने भोजन में नमक का सेवन कम करें। पके हुए, कच्चे, पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड फूड से हो सके तो प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक लें। तरल पदार्थ का सेवन प्रतिदिन 1.5-2 लीटर तक सीमित रखें। वजन को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही सप्ताह में 3-4 दिन कम से कम 20 मिनट का व्यायाम अपने लाइफस्‍टाइल में शामिल करें। धूम्रपान छोड़ने के अलावा शराब का सेवन सीमित करने के साथ तनाव को भी कम करने का काम करें।”

उन्‍होंने कहा कि ये परिवर्तन जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ आपको हार्ट फेलियर के खतरे से भी बचाएंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती भोजन संबंधी आदतों को लेकर लोगों में कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अनुपात सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। जिन मरीजों में यह दोनों ही समस्यााएं पाई जाती है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक के संबंध में जानने के लिए आईएएनएस ने मेडिकल ट्रस्ट हॉस्पिटल कोच्चि के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सागी वी कुरुट्टुकुलम से बात की।

हार्ट डिजीज के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए डॉक्‍टर सागी वी कुरुट्टुकुलम ने बताया, ”हाल ही में हृदय संबंधी बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे लोगों की कम उम्र में ही मौत हो रही है। हार्ट फेलियर का मतलब यह नहीं है कि आपका दिल रुकने वाला है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आपकी हृदय की मांसपेशी शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर रही है।”

हार्ट फेलियर एक क्लिनिकल सिंड्रोम है, यह स्थिति तब आती है जब हृदय शरीर की मेटाबोलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शरीर में रक्‍त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।

हार्ट फेलियर के कारणों के बारे में बात करते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”हार्ट फेलियर के प्राथमिक कारणों में इस्केमिक हार्ट डिजीज, हाई ब्‍लड प्रेशर और डायबिटीज शामिल हैं। लगभग तीन-चौथाई हार्ट फेलियर के मरीज पहले से ही हाई ब्‍लड प्रेशर के शिकार होते हैं।”

उन्‍होंने कहा कि सामान्य ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में हाई ब्‍लड प्रेशर वाले मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा दोगुना हो जाता है।

आगे कहा, ”हार्ट फेलियर के अन्‍य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, टॉक्सिन (जैसे शराब और साइटोटॉक्सिक दवाएं), वाल्वुलर डिजीज और एरिथमिया शामिल हैं।

हार्ट फेलियर के लक्षणों की बात करें तो इसमें सांस लेने में दिक्‍क्त, खांसी, घरघराहट, थकान, मतली, भूख न लगना, धड़कन का अचानक से बढ़ जाना शामिल है।

हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”अपने भोजन में नमक का सेवन कम करें। पके हुए, कच्चे, पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड फूड से हो सके तो प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक लें। तरल पदार्थ का सेवन प्रतिदिन 1.5-2 लीटर तक सीमित रखें। वजन को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही सप्ताह में 3-4 दिन कम से कम 20 मिनट का व्यायाम अपने लाइफस्‍टाइल में शामिल करें। धूम्रपान छोड़ने के अलावा शराब का सेवन सीमित करने के साथ तनाव को भी कम करने का काम करें।”

उन्‍होंने कहा कि ये परिवर्तन जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ आपको हार्ट फेलियर के खतरे से भी बचाएंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेजी से बदलते लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती भोजन संबंधी आदतों को लेकर लोगों में कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है। जिनमें से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का अनुपात सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। जिन मरीजों में यह दोनों ही समस्यााएं पाई जाती है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक के संबंध में जानने के लिए आईएएनएस ने मेडिकल ट्रस्ट हॉस्पिटल कोच्चि के कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सागी वी कुरुट्टुकुलम से बात की।

हार्ट डिजीज के बारे में विस्‍तार से बात करते हुए डॉक्‍टर सागी वी कुरुट्टुकुलम ने बताया, ”हाल ही में हृदय संबंधी बीमारियों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जिससे लोगों की कम उम्र में ही मौत हो रही है। हार्ट फेलियर का मतलब यह नहीं है कि आपका दिल रुकने वाला है। इसका मतलब सिर्फ इतना है कि आपकी हृदय की मांसपेशी शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर रही है।”

हार्ट फेलियर एक क्लिनिकल सिंड्रोम है, यह स्थिति तब आती है जब हृदय शरीर की मेटाबोलिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शरीर में रक्‍त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता।

हार्ट फेलियर के कारणों के बारे में बात करते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”हार्ट फेलियर के प्राथमिक कारणों में इस्केमिक हार्ट डिजीज, हाई ब्‍लड प्रेशर और डायबिटीज शामिल हैं। लगभग तीन-चौथाई हार्ट फेलियर के मरीज पहले से ही हाई ब्‍लड प्रेशर के शिकार होते हैं।”

उन्‍होंने कहा कि सामान्य ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों की तुलना में हाई ब्‍लड प्रेशर वाले मरीजों में हार्ट फेलियर का खतरा दोगुना हो जाता है।

आगे कहा, ”हार्ट फेलियर के अन्‍य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, टॉक्सिन (जैसे शराब और साइटोटॉक्सिक दवाएं), वाल्वुलर डिजीज और एरिथमिया शामिल हैं।

हार्ट फेलियर के लक्षणों की बात करें तो इसमें सांस लेने में दिक्‍क्त, खांसी, घरघराहट, थकान, मतली, भूख न लगना, धड़कन का अचानक से बढ़ जाना शामिल है।

हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताते हुए कुरुट्टुकुलम ने कहा, ”अपने भोजन में नमक का सेवन कम करें। पके हुए, कच्चे, पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड फूड से हो सके तो प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक लें। तरल पदार्थ का सेवन प्रतिदिन 1.5-2 लीटर तक सीमित रखें। वजन को कम करने पर काम करें। इसके साथ ही सप्ताह में 3-4 दिन कम से कम 20 मिनट का व्यायाम अपने लाइफस्‍टाइल में शामिल करें। धूम्रपान छोड़ने के अलावा शराब का सेवन सीमित करने के साथ तनाव को भी कम करने का काम करें।”

उन्‍होंने कहा कि ये परिवर्तन जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ आपको हार्ट फेलियर के खतरे से भी बचाएंगे।

–आईएएनएस

एमकेएस/जीकेटी

Related Posts

ताज़ा समाचार

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर उज्जैन में निकली तिरंगा यात्रा

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

अब ‘गया जी’ के नाम से जाना जाएगा गया, बिहार कैबिनेट ने दी मंजूरी

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

मुख्यमंत्री योगी ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा की, दिए जरूरी दिशा-निर्देश

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

‘हजारों करोड़ खर्च, फिर भी अधूरे अस्पताल’, विजेंद्र गुप्ता का सौरभ भारद्वाज पर गंभीर आरोप

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

रेप केस में फंसे एक्टर एजाज खान की मुश्किलें बढ़ीं, अग्रिम जमानत याचिका खारिज

May 16, 2025
ताज़ा समाचार

सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज ने सुरक्षा मंजूरी रद्द करने के फैसले को दिल्ली उच्च न्यायालय में दी चुनौती

May 16, 2025
Next Post

अपने प्‍यारे दोस्‍तों के साथ समय बिताते नजर आए अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ​​

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

मुंबई पुलिस ने महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले में डाबर ग्रुप के प्रमुखों के खिलाफ मामला किया दर्ज

November 14, 2023

इरफान अंसारी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें हेमंत सोरेन : शिवराज सिंह चौहान

October 26, 2024
दीवाली में गिर जाएगी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार : भाजपा नेता सीटी रवि

दीवाली में गिर जाएगी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार : भाजपा नेता सीटी रवि

September 9, 2024
ग्लोबल ट्रेड वार से निकला शेयर बाजार का दम, निफ्टी और सेंसेक्स में बड़ी गिरावट

ग्लोबल ट्रेड वार से निकला शेयर बाजार का दम, निफ्टी और सेंसेक्स में बड़ी गिरावट

April 7, 2025
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081574
Total views : 5875227
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In