मैहर, देशबन्धु। चाहे सतना की बात करें या फिर मैहर जिले की। इन दोनों जगहों पर संचालित शासकीय विद्यालयों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। इन दोनों जिलों में कई विद्यालय ऐसे हैं जो पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं इसके बाद भी इन जर्जर विद्यालयों में छात्र बैठने को मजबूर हैं।
हैरान करने वाली बात तो यह है कि कुछ दिनों पहले ही मैहर जिले में संचालित जर्जर स्कूल भवन के प्लास्टर गिरने से शिक्षिका सहित छात्र घायल हो चुके हैं इसके बाद भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। प्रशासन का इस तरह से मौन रहना यह दर्शाता है कि उसे बड़े हादसे का इंतजार है।
अध्ययनरत हैं 50 छात्र
बताया गया है कि मैहर जिले के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक शाला मंटोलवा में तकरीबन 50 छात्र अध्ययनरत हैं। बताया गया है कि यह भवन इतना जर्जर हो गया है कि सीलिंग से प्लास्टर कब गिर जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। इसके बाद भी इस तरह के जर्जर भवन को चिंन्हित कर कर के प्रशासन द्वारा न तो इनका मरम्मतीकरण का कार्य कराया जा रहा है और न ही इन जर्जर भवन को जमींदोज किया जा रहा। जिसके चलते पहले से ही हादसे की संभावना शून्य हो जाए।
कुछ दिनों पहले हो चुका है हादसा
ज्ञात हो कि मैहर जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम करइया बिजुरिया सीलिंग की प्लास्टर गिरने से अध्यापन कार्य में लगी शिक्षिका बुरी तरह से घायल हो गईथी साथ ही छात्रों को भी चोटें आई थी। ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना के बाद भी प्रशासन सीख लेने को तैयार नहीं है।
प्रशासन कर रहा अनसूृना
कांग्रेस नेता प्रभात द्विवेदी दद्दा का कहना है कि विपक्ष द्वारा लगातार जर्जर हालत में खड़े स्कूल भवन के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है। उनके द्वारा उठाई जा रही अवाज को प्रशासन द्वारा लगातार अनसूना किया जा रहा है। जिस स्थिति में मंटोलवा का प्राथमिक स्कूल है ऐसे में किसी भी दिन अनहोनी हो सकती है।
ब्लास्टिंग से जर्जर हुआ भवन
ग्रामीणों के बुलावे पर कांग्रेस नेता प्रभात द्विवेदी दद्दा बुधवार को मंटोलवा स्कूल पहुंचे। बताया कि सीलिंग में प्लास्टर बची ही नहीं। सीलिंग की सरिया नजर आ रही है। यह स्थिति कोई एक कमरे की नहीं बल्कि पूरे स्कूल भवन की है। जो वर्तमान में पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। उन्होने बताया कि लगाता होने वाली ब्लास्टिंग के चलते स्कूल की यह दुर्दशा हुई है। अगर प्रशासन ब्लास्टिंग की वजह नहीं मानता तो जब इसका निर्माण कार्य कराया गया होगा तभी इसमें घटिया स्तर की सामग्री का उपयोग किया गया। तभी तो यह विद्यालय कम समय में जर्जर हो गया है।
ठेकेदार बनवाये नया भवन
सामजिक मुद्दों की हर दम आवाज बनने वाले प्रभात द्विवेदी दद्दा का कहना है कि नया शिक्षण सत्र शुरू होने के पहले ठेकेदार नया स्कूल भवन बना के दे। इतना ही नहीं प्रशासन को लापरवाह ठेकेदार के ऊपर कार्रवाई करनी चाहिए। तभी स्कूल लगेगी। पूर्व से ही जर्जर विद्यालय में स्कूल में अध्ययनरत बच्चों सहित पदस्थ स्टॉफ के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इसका जवाबदार कौन होगा।