deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Uncategorized

हिंदी रंगमंच की शान है असगर वजाहत का नाटक ‘जिन लाहौर नइ वेख्या ओ जम्याइ नइ’

देशबन्धु by देशबन्धु
July 4, 2025
in Uncategorized, ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। जब भी भारत-पाकिस्तान विभाजन के दर्द और उसकी साहित्यिक अभिव्यक्ति की बात होती है, तो असगर वजाहत का नाम खुद ही जेहन में उभरता है। उनका नाटक ‘जिन लाहौर नइ वेख्या ओ जम्याइ नइ’ हिंदी रंगमंच का एक ऐसा मील का पत्थर है, जो 1947 के विभाजन की त्रासदी को न केवल गहरी संवेदनशीलता के साथ उकेरता है, बल्कि मानवता और सांप्रदायिक सौहार्द का एक शक्तिशाली संदेश भी देता है।

READ ALSO

गुढ़ नगर में स्वास्थ्य शिविर, स्वच्छता अभियान और आवासों की राशि का हुआ वितरण

जंगली हाथियों का झुंड किसानों की फसल को कर रहे बर्बाद

यह नाटक लाहौर की सांस्कृतिक समृद्धि और उससे जुड़ी भावनाओं का प्रतीक है, जो यह सिद्ध करता है कि धर्म और सीमाएं मानवीय रिश्तों को कभी विभाजित नहीं कर सकतीं। असगर वजाहत की यह रचना अपनी मार्मिक कहानी, प्रभावशाली संवादों और सार्वभौमिक अपील के कारण न केवल हिंदी रंगमंच की शान है, बल्कि विभिन्न भाषाओं में अनुवादित होकर वैश्विक दर्शकों के दिलों तक भी पहुंची है। उनकी लेखनी की यह विशेषता उन्हें हिंदी साहित्य और रंगमंच के एक अप्रतिम रचनाकार के रूप में स्थापित करती है।

ADVERTISEMENT

5 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में जन्मे असगर वजाहत ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षा पूरी की, जहां हिंदी साहित्य के प्रति उनका प्रेम उभरकर सामने आया। यहीं से उनकी साहित्यिक यात्रा की नींव पड़ी, जिसने उन्हें हिंदी साहित्य और रंगमंच के एक प्रख्यात रचनाकार के रूप में स्थापित किया।

ADVERTISEMENT

असगर वजाहत ने उपन्यास, नाटक, कहानी और आलोचना जैसी विभिन्न विधाओं में अपनी लेखनी का जादू बिखेरा। उनकी रचनाओं में सामाजिक मुद्दे, मानवीय रिश्ते और ऐतिहासिकता की छाप दिखाई देती है। वे अपनी लेखनी के जरिए न केवल आम जन की आवाज को प्रमुखता के साथ उठाते थे बल्कि उनसे जुड़ी समस्याओं पर भी बात करते हैं।

“जिन लाहौर नइ वेख्या ओ जम्याइ नइ”: यह उनका सबसे चर्चित नाटक है, जो 1947 के विभाजन की पृष्ठभूमि में सांप्रदायिक सौहार्द और मानवता की कहानी बयां करता है। यह नाटक एक बुजुर्ग महिला (माई) और एक विस्थापित सिख परिवार के बीच संबंधों को दर्शाता है, जो लाहौर की सांस्कृतिक और भावनात्मक समृद्धि को दर्शाता है। नाटक की भाषा में हिंदी, पंजाबी और उर्दू का मिश्रण है, जो लाहौर की मिश्रित संस्कृति को जीवंत करता है। इसकी वैश्विक लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसका विभिन्न भाषाओं में न केवल अनुवाद हुआ बल्कि इसका विदेशी मंचों पर प्रदर्शन भी किया गया। इसके अलावा, इसे 2007 में एक टेलीफिल्म के रूप में भी प्रस्तुत किया गया था।

वजाहत की लेखन शैली में व्यंग्य, हास्य और गहरी संवेदनशीलता का समन्वय दिखाई देता है। उनके संवाद सरल लेकिन प्रभावशाली होते हैं, जो सामाजिक मुद्दों को सहजता से पेश करते हैं। उनकी रचनाएं पाठकों को न केवल भावनात्मक रूप से जोड़ती हैं, बल्कि सामाजिक चेतना और परिवर्तन के लिए भी प्रेरित करती हैं। उन्होंने ‘सात आसमान’ जैसा परिवार नाटक भी लिखा। साथ ही उपन्यास ‘कैसी आगी लगाई’, यात्रा-वृत्तांत ‘मेरी प्रिय यात्राएं’, ‘चलते तो अच्छा था’ को भी लिखा, जिन्हें खूब सराहा गया।

असगर वजाहत को उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिनमें साहित्य अकादमी पुरस्कार और अन्य प्रतिष्ठित सम्मान शामिल हैं। असगर वजाहत को उनके नाटक महाबली के लिए ‘31वें व्यास सम्मान’ से सम्मानित किया जाएगा, जो 2019 में प्रकाशित हुआ था। उनकी रचनाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब सराहा गया है।

वे जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के प्रोफेसर रहे हैं और कई युवा लेखकों को अपनी लेखनी से प्रेरित किया है। इसके अतिरिक्त, वे फिल्म और टेलीविजन के लिए पटकथा लेखन में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने फिल्म और टेलीविजन के लिए भी पटकथाएं लिखीं, जो उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है।

–आईएएनएस

एफएम/केआर

देशबन्धु

Related Posts

गुढ़ नगर में स्वास्थ्य शिविर, स्वच्छता अभियान और आवासों की राशि का हुआ वितरण
ताज़ा समाचार

गुढ़ नगर में स्वास्थ्य शिविर, स्वच्छता अभियान और आवासों की राशि का हुआ वितरण

September 24, 2025
जंगली हाथियों का झुंड किसानों की फसल को कर रहे बर्बाद
जबलपुर

जंगली हाथियों का झुंड किसानों की फसल को कर रहे बर्बाद

September 24, 2025
नरसिंहपुर पुलिस की बड़ी सफलता,
ताज़ा समाचार

नरसिंहपुर पुलिस की बड़ी सफलता, स्मैक के तीन बड़े तस्कर गिरफ्तार

September 24, 2025
ताज़ा समाचार

सीडब्ल्यूसी की बैठक जनता को गुमराह करने के लिए : राजके पुरोहित

September 24, 2025
ताज़ा समाचार

महाराष्ट्र : मराठवाड़ा और विदर्भ बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित, मंत्री बावनकुले ने विपक्ष से राजनीति नहीं करने की अपील की

September 24, 2025
ताज़ा समाचार

नीम करोली बाबा पर बन रही है फिल्म, मधुर भंडारकर ने जारी किया पहला पोस्टर

September 24, 2025
Next Post
269 रनों की ऐतिहासिक पारी खेलने के बाद बोले शुभमन गिल, मैं सिर्फ अपनी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाना चाहता था’

269 रनों की ऐतिहासिक पारी खेलने के बाद बोले शुभमन गिल, मैं सिर्फ अपनी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाना चाहता था’

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

112951
Total views : 6010315
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In