बीजिंग, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। तीसरा चीन-हिंद महासागर नील आर्थिक विकास और सहयोग मंच 15 से 16 दिसंबर तक दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत की राजधानी खुनमिंग में आयोजित किया जाएगा, जिसका विषय “नीले हिंद महासागर का भविष्य – ग्लोबल साउथ में विकास प्रथाएं” है। इसका उद्देश्य समुद्र से जुड़े मसलों पर सभी पक्षों के बीच चर्चा को बढ़ावा देना और ब्लू इकोनॉमी के सतत विकास के संवर्धन के लिए प्रोत्साहन देना है।
चीनी अंतर्राष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी के उप निदेशक चाओ फंगथाओ ने 6 दिसंबर को पेइचिंग में मंच के बारे में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ब्लू इकोनॉमी के विकास पर ध्यान केंद्रित करना और व्यावहारिक सहयोग को गहरा करना चीन और हिंद महासागर क्षेत्र के देशों का साझा दृष्टिकोण है। साल 2022 के बाद से, चीन ने चीन-हिंद महासागर नील आर्थिक विकास और सहयोग मंच के दो सत्रों का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिससे क्षेत्रीय विकास सहयोग के लिए नया मंच बनाया गया है।
चाओ फंगथाओ के अनुसार, होने वाले मंच में “ग्लोबल साउथ” देशों, विशेषकर हिंद महासागर क्षेत्र के देशों और छोटे द्वीप देशों के विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगा। यह “ग्लोबल साउथ” में विकास सहयोग का समर्थन करने के लिए चीन द्वारा उठाया गया एक ठोस कदम है। मंच के दौरान, “वैश्विक विकास पहल की पृष्ठभूमि में संयुक्त राष्ट्र महासागर दशक” पर एक विशेष थीम वाला सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य सभी पक्षों को समुद्र से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा करने और व्यावहारिक सहयोग के अवसरों का विस्तार करने में मदद करना है।
सेमिनार में भाग लेने वाले सभी पक्ष प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन पर प्रतिक्रिया देने पर विचारों का आदान-प्रदान भी करेंगे, ताकि समुद्री आपदा का मुकाबला करने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र के देशों की क्षमताओं में सुधार में तेजी लाई जा सके।
बताया गया है कि मौजूदा मंच चीनी अंतर्राष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी, युन्नान प्रांतीय जन सरकार, मालदीव मत्स्य पालन और समुद्री संसाधन मंत्रालय, बारबाडोस पर्यावरण मंत्रालय, राष्ट्रीय सौंदर्यीकरण, नीली और हरित अर्थव्यवस्था मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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