नाहन (हिमाचल प्रदेश), 5 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल में एक तरफ प्राकृतिक आपदा आई हुई है और बाढ़ जैसे हालात हैं। वहीं, दूसरी ओर लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। नाहन क्षेत्र के 10-12 गांव के सैकड़ों ग्रामीण दूर-दराज से पानी ढोने को मजबूर हैं।
ग्राम पंचायत नाहन में पानी की समस्या के चलते बड़ी संख्या में लोग शिकायत लेकर सोमवार को सिरमौर जिले में डीसी कार्यालय पहुंचे। एक स्थानीय महिला ने कहा, “हमारे इलाके में पानी की बहुत किल्लत है। हमें रोज इस समस्या से जूझना पड़ रहा है, जबकि अभी मानसून का महीना चल रहा है। इस समय नल में पानी आना चाहिए, लेकिन हमें पानी भरने के लिए बहुत दूर जाना पड़ता है।”
एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने कहा, “हमें पिछले चार-पांच महीने से पानी नहीं मिल रहा है। हमने पहले भी आईपीएच विभाग के अधिकारियों को पानी की समस्या से अवगत कराया है। हमने उनसे गुहार लगाई है कि पानी की किल्लत दूर की जाए। बावजूद इसके, कोई सुनवाई नहीं हुई है। इसलिए आज हम लोग डीसी कार्यालय पहुंचे हैं।”
उन्होंने कहा कि हैंडपंप से दो गांवों को पानी दिया जाता था, उसे बंद कर दिया गया है। गिरी की सप्लाई लाइन हमारे क्षेत्र के लिए बिछी है, लेकिन अधिकारी कहते हैं कि यह पानी आपके लिए नहीं है। जब बचेगा तो आपको दिया जाएगा।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, “हम काफी समय से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पहले भी कई बार इस समस्या के संबध में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इसका कोई समाधान नहीं निकला। पीने का पानी लेने के लिए हमें दो-तीन किमी तक चलकर जाना पड़ता है। गाय के पीने का पानी लेने के लिए अभी हमें कई किमी दूर जाना पड़ता है। हम डीसी कार्यालय अपनी गुहार लेकर पहुंचे हैं। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का निपटारा हो।”
–आईएएनएस
एसएम/एकेजे