कांगड़ा, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए एक विशाल रैली का आयोजन किया गया।
इस रैली में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और स्कूल-कॉलेज के हजारों छात्र-छात्राओं द्वारा निकाली गई रैली को हरी झंडी दिखाकर इंदौरा से भपू की ओर रवाना किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने नशे के खिलाफ एकजुटता का संदेश देते हुए इसे जन आंदोलन बनाने की अपील की।
रैली में शामिल बच्चों से मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने उनकी सराहना की और कहा, “मैं सबसे पहले इन बच्चों को धन्यवाद देता हूं, जो इस भीषण गर्मी में भी रैली निकालकर नशे की गर्मी को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं।”
मीडिया को संबोधित करते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इंदौरा, पंजाब की सीमा से सटा क्षेत्र होने के कारण नशा माफिया की गतिविधियों का केंद्र बन गया है। पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड वीरों की भूमि है, लेकिन कुछ बाहरी तत्व इस पवित्र भूमि को नशे के दलदल में धकेल रहे हैं। जहां पहले सीने की चौड़ाई की बात होती थी, वहां अब चिट्टे की ऊंचाई देखी जा रही है। हिमाचल के लोगों से मैं अपील करता हूं कि वो अपने बच्चों को नशे से बचाएं और इस बुराई को जड़ से उखाड़ने के लिए आगे आएं।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस मौके पर उपस्थित सांसद राजीव भारद्वाज, स्थानीय विधायक महेंद्र राजन, पूर्व विधायक रीता धीमान और अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नेताओं की पहली जिम्मेदारी अपनी पार्टी के प्रचार से पहले हिमाचल को नशे से बचाने की होनी चाहिए। जब तक हम सब मिलकर इस दिशा में काम नहीं करेंगे, तब तक हिमाचल का युवा और हिमाचल सुरक्षित नहीं होगा।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से शुरू किए गए इस जागरूकता अभियान में मीडिया की भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “मुझे इस अभियान में सबसे ज्यादा सहयोग मीडिया से मिला है। मीडिया ने नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मीडिया इस अभियान को और व्यापक बनाने में सहयोग करे।”
इस रैली में विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने नशे के दुष्प्रभावों को दर्शाने वाले नारे, बैनर और पोस्टर के साथ भाग लिया।
–आईएएनएस
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