नई दिल्ली, 25 सितंबर (आईएएनएस)। यूपी की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में दुकानों और होटल के मालिकों को नेम प्लेट लगाना होगा। हिमाचल प्रदेश सरकार के इस आदेश पर पूर्व राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजमणि त्रिपाठी ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की तुलना उत्तर प्रदेश से नहीं की जा सकती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजमणि त्रिपाठी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के हर एक क्षेत्र में बहुत अंतर है। उत्तर प्रदेश की संस्कृति और भाषा क्या है? वहां लोग किस नजरिए से देखते हैं और किस चीज को मान्यता है, यह देखना जरूरी होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक और सामाजिक स्थिति क्या है? हर एक क्षेत्र की परिस्थितियां क्या है, उन्हें देखा जाता है। मेरा मानना है कि हर एक चीज और हर एक क्षेत्र में सभी परिस्थितियां फीट नहीं बैठती हैं। इसलिए हिमाचल प्रदेश की तुलना उत्तर प्रदेश के साथ करने की जरूरत नहीं है। दोनों जगहों की स्थिति के आधार पर उसे सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से अध्ययन करने की जरूरत है। अगर यह फैसला देश हित में होता है तो इसे निश्चित रूप से समाज के हित में करना चाहिए।”
राजमणि त्रिपाठी ने कहा कि जब यह चीज उत्तर प्रदेश में की गई तो वहां ऐसी कोई परिस्थितियां नहीं थी। ये मुद्दा उस समय उठा, जब कांवड़ यात्रा निकल रही थी। उस दौरान एक भावना को पैदा करने के लिए जानबूझकर और बिना प्लान के इस तरह का फरमान जारी किया गया, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने खानपान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट या गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आदेश दिया है। साथ ही निर्देश दिया है कि दुकानों और रेहड़ी के बाहर नेम प्लेट लगाई जाए। इसी आदेश को हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भी लागू करने का निर्णय लिया है।
–आईएएनएस
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