शिमला, 28 जून (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति को लेकर चर्चा की।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि आज मैंने 4 महीने बाद राज्यपाल से मुलाकात की है। इस दौरान हम चुनाव में व्यस्त रहे और 16 मार्च के बाद कोड ऑफ कंडक्ट भी लागू हो गया था। मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने कुछ मुद्दों को लेकर नाराजगी जताई है।
विश्व योग दिवस पर सरकारी कार्यक्रम के मौके पर मेयर अनुपस्थित थे, जिसे लेकर राज्यपाल ने कहा कि वो संवैधानिक पद है, उन्हें कार्यक्रम में उपस्थित रहना चाहिए था। सीएम ने इस पर कहा कि कम्युनिकेशन गैप है, जिसे दूर किया जाएगा।
विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति को लेकर भी राज्यपाल से बातचीत हुई है। कुलपति वाली फाइल करीब 3-4 महीने पहले वापस सरकार के पास भेज दी गई थी, जो लॉ सेक्रेटरी के पास पड़ी रह गई, जिसके बारे में उन्होंने मुझे कहा। मैंने जवाब में राज्यपाल से कहा कि भविष्य में इन सारी चीजों का ख्याल रखा जाएगा।
राज्यपाल चाहते हैं कि जल्द ही सभी विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति हो और शिक्षा का माहौल बना रहे। मैंने उनसे कहा कि जो विषय आपने मुझसे कहे हैं हम गंभीरता से उन पर विचार करेंगे।
इस दौरान सीएम सुक्खू ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, बिलासपुर में हुए गोलीकांड जैसे मामलों की सरकार निंदा करती है। हम दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेंगे।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति को लेकर राजभवन और प्रदेश सरकार के बीच तकरार की खबर सामने आई। सरकार ने नियुक्ति में देरी का जिम्मेदार राजभवन को बताया, जिसका राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने खंडन किया।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में पारित विधेयक के तहत नियुक्ति का अधिकार राज्य सरकार को है। इस संबंध में जो परिपत्र राजभवन में भेजा गया था, उसे राष्ट्रपति के पास समीक्षा के लिए भेज दिया गया है। यह विधेयक सही है या गलत इस पर राष्ट्रपति को फैसला करना है। राजभवन के पास कोई परिपत्र लंबित नहीं है।
–आईएएनएस
एसएम/एसकेपी