हैदराबाद, 10 सितंबर (आईएएनएस)। हैदराबाद में एक जूनियर फिल्म कलाकार की एक यूट्यूबर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। लव ट्राएंगल से मामला जुड़ा है।
13 अगस्त से लापता 18 वर्षीय कार्तिक की शहर के बाहरी इलाके में एक वन क्षेत्र में टेलेटी साई और उसके तीन साथियों ने चाकू मारकर हत्या कर दी। हमलावरों ने उसका सिर भी पत्थरों से कुचल दिया।
जुबली हिल्स पुलिस ने कार्तिक के भाई की शिकायत पर 16 अगस्त को गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था और जांच शुरू की। हालांकि, पुलिस को सफलता दो दिन पहले तब मिली जब आरोपियों में से एक के. सुरेश ने पीड़ित का मोबाइल फोन अनजाने में ऑन कर लिया था। सुरेश ने पीड़ित का फोन अपने पास रखा था।
पुलिस ने सुरेश को उठाकर पूछताछ शुरू की, जिससे वारदात का खुलासा हो गया। पुलिस ओल्ड एयरपोर्ट रोड बोवेनपल्ली पर अपराध स्थल पर पहुंची और पीड़ित के कंकाल के अवशेष पाए।
पुलिस उपायुक्त जोएल डेविस ने कहा कि कंकाल के अवशेषों को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है। सुरेश से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी 20 वर्षीय टेलेटी साई और उसके दो अन्य साथियों 19 वर्षीय एम. रघु और 20 वर्षीय जगदीश को गिरफ्तार कर लिया। यूट्यूबर साई और तीन अन्य आरोपी आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के रहने वाले हैं।
पुलिस जांच में पता चला कि टेलेटी साई एक जूनियर आर्टिस्ट लड़की के साथ रिलेशनशिप में था। हालांकि, कुछ मतभेदों के चलते लड़की ने खुद को इससे दूर कर लिया था। हाल ही में, वह तेलंगाना के महबूबाबाद जिले के रहने वाले एक जूनियर फिल्म आर्टिस्ट कार्तिक के करीब आई और उन्हें प्यार हो गया। टेलेटी साई को उनके रिश्ते से जलन हुई और उसने कार्तिक को मारने की साजिश रची।
पुलिस के मुताबिक, 13 अगस्त को टेलेटी साई ने कार्तिक को बताया कि उसके पास लड़की का कुछ सामान है और उसे वह सामान लेने के लिए कहा। बिना सोचे-समझे कार्तिक टेलेटी साई और उसके दोस्तों के साथ चला गया। वे उसे बोवेनपल्ली के एक सुनसान इलाके में ले गए।
टेलेटी साई और तीन अन्य लोगों ने कार्तिक पर हमला किया। उसे एक पेड़ से बांध दिया और चाकू से हमला कर दिया। आरोपी इतने पर भी नहीं रुके, उन्होंने पत्थरों से उसका सिर कुचल दिया।
जब उन्हें लगा कि कार्तिक मर चुका है, इसके बाद वे वहां से चले गए। कार्तिक का मोबाइल फोन सुरेश ने अपने पास रख लिया। जबकि टेलेटी साई, रघु और जगदीश अपने मूल स्थानों पर चले गए, सुरेश शहर में रहा। दो दिन पहले सुरेश ने मोबाइल चालू किया, जिससे पुलिस सतर्क हो गई और मामले को सुलझाने में मदद मिली।
–आईएएनएस
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