हैदराबाद, 22 फरवरी (आईएएनएस)। हैदराबाद में 5.50 लाख आवारा कुत्ते हैं, जिसका खुलासा अधिकारियों ने बुधवार को किया, जब एक चार साल के बच्चे पर कुत्ते के हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया।
भयावह तस्वीरों के कारण लोगों में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद नगर निगम के अधिकारियों ने बुधवार को आवारा कुत्तों के खतरे की जांच के लिए युद्ध स्तर पर कदम उठाने का फैसला किया।
विशेष मुख्य सचिव, नगरपालिका प्रशासन और शहरी विकास, अरविंद कुमार ने अधिकारियों को ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) की सीमा में आवारा कुत्तों के खतरे को नियंत्रित करने के लिए विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। जीएचएमसी जोनल आयुक्तों और पशु चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए, उन्होंने अधिकारियों से जीएचएमसी और राज्य में अन्य नगर पालिकाओं की सीमा में युद्ध स्तर पर कार्य योजना तैयार करने को कहा।
जीएचएमसी के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि वर्तमान में जीएचएमसी क्षेत्र में 5.50 लाख आवारा कुत्ते हैं। उन्होंने कहा कि 2011 में यह आंकड़ा 8.50 लाख था, लेकिन पहले किए गए नसबंदी ऑपरेशन से उनकी आबादी कम हो गई। अरविंद कुमार ने जीएचएमसी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एबीसी (पशु जन्म नियंत्रण) नसबंदी ऑपरेशन तुरंत किया जाए।
नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह जीएचएमसी सीमा के भीतर होटल, रेस्तरां, समारोह हॉल, चिकन और मटन केंद्रों को सड़कों पर डंपिंग कचरे से प्रतिबंधित करें। शहर में आवारा कुत्तों की संख्या में संभावित वृद्धि को देखते हुए कचरे के इस डंपिंग को तत्काल रोकने के लिए उचित उपाय करने का आदेश दिया गया। उन्होंने सुझाव दिया कि शहर के सरकारी और निजी स्कूलों में भी छात्रों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। अधिकारियों को जागरूकता पैदा करने के लिए पैम्फलेट और होडिर्ंग तैयार करने का आदेश दिया गया।
अधिकारियों को शहर और पड़ोसी नगरपालिकाओं की सीमा के भीतर स्लम विकास संघों, नगर विकास संघों और निवासी कॉलोनी कल्याण संघों की मदद से नियंत्रण के उपाय करने की सलाह दी गई। राज्य में अन्य नगर पालिकाओं में स्वयं सहायता समूहों की सहायता से नियंत्रण उपाय किए जाएंगे। अरविंद कुमार ने अधिकारियों को शहर और आसपास की नगर पालिकाओं में पालतू जानवरों के पंजीकरण के लिए एक अलग मोबाइल ऐप तैयार करने की भी सलाह दी। पंजीकरण के अनुसार संबंधित स्वामियों को पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि माई जीएचएमसी ऐप नंबर 040-21111111 के माध्यम से शिकायत दर्ज करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में सबसे ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं, उनकी पहचान कर वहां तत्काल कार्रवाई की जाए। अधिकारियों को उन क्षेत्रों में पशु चिकित्सा टीमों को स्थानांतरित करने और उचित उपाय करने और परिवहन की कमी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है।
हैदराबाद के बाग अंबरपेट इलाके में रविवार को आवारा कुत्तों ने एक चार साल के बच्चे को नोच-नोच कर मार डाला। इस भयानक घटना का सीसीटीवी फुटेज मंगलवार को सामने आया, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया। बच्चे के पिता बच्चे प्रदीप को अस्पताल ले जाते उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
दिल दहला देने वाली घटना कार सर्विसिंग सेंटर में हुई जहां लड़के के पिता गंगाधर चौकीदार के रूप में कार्यरत थे। एक साल से भी कम समय में हैदराबाद में इस तरह की यह दूसरी घटना है। अप्रैल, 2022 में गोलकुंडा के बड़ा बाजार इलाके में आवारा कुत्तों ने एक दो साल के बच्चे को नोच-नोच कर मार डाला था।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम