लखनऊ, 29 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों से बापू को ‘स्वच्छांजलि’ देने का आह्वान किया है। राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने एक अक्टूबर को एक घंटे के स्वच्छता श्रमदान कार्यक्रम के लिए तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘कचरा मुक्त भारत’ की परिकल्पना को साकार रूप देने के क्रम में आगामी एक अक्टूबर को प्रत्येक प्रदेशवासी एक घंटे के स्वच्छता श्रमदान में सहभागिता करे। हमारा यह सामूहिक प्रयास राष्ट्रपिता बापू को उनकी जयंती की पूर्व संध्या पर ‘स्वच्छांजलि’ होगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र को स्वच्छता का संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा के तहत समस्त नगरीय निकायों में 154 घंटे का सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान की सफलता में स्वच्छ सारथी क्लब को विकसित कर विश्ववविद्यालयों/विद्यालयों में कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। नगर के चौराहों, बस स्टॉप की साफ-सफाई की जा रही है। इस महत्वपूर्ण अभियान में जनसहभागिता को बढ़ाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता श्रमदान के लिए सभी नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। श्रमदान की सफलता के लिए शनिवार 30 सितम्बर को प्रदेश के सभी नगरीय निकायों, ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों, जिला पंचायतों की विशेष बैठक आहूत कर श्रमदान कार्यक्रम के लिए प्रस्ताव पारित किया जाए। अपने क्षेत्र में 1 अक्टूबर के कार्यक्रम के लिए स्थान चिन्हांकन सहित सभी आवश्यक तैयारियां कर ली जाएं।
उन्होंने कहा कि श्रमदान कार्यक्रम अंतर्गत सभी बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों की प्रभातफेरी निकाली जाए। श्रमदान के इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, आरडब्ल्यूए, नागरिक संगठनों की सहभागिता होनी चाहिए। सभी जनपदीय नोडल अधिकारी इस दिवस को अपने प्रभार वाले जनपद में उपस्थित रहेंगे। दो अक्टूबर को महात्मा गांधी के जयन्ती के दिन स्वच्छ्ता कर्मियों का सार्वजनिक सम्मान किया जाए।
योगी ने कहा कि श्रमदान के लिए ऐतिहासिक, धार्मिक महत्व के स्थल, नदी किनारे घाट, गार्बेज वर्नलेबल पॉइंट, खाली प्लॉट, बस स्टेशन, सड़क किनारे की पटरियों, कूड़े का ढेर वाले स्थलों का चयन किया जाना चाहिए।
–आईएएनएस
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