नई दिल्ली, 10 जून (आईएएनएस)। 18वीं लोकसभा के लिए चुने गए 543 नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण के लिए 18 जून से लोकसभा का सत्र शुरू हो सकता है। बताया जा रहा है कि सत्र के पहले दो दिनों के दौरान यानी 18 और 19 जून को नवनिर्वाचित सांसदों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई जा सकती है।
सांसदों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के संपन्न होने के बाद सदन को नए अध्यक्ष का भी चयन करना पड़ेगा। स्थापित राजनीतिक परंपरा के अनुसार, सरकार की तरफ से लोकसभा के अध्यक्ष के पद के लिए सांसदों में से ही एक सांसद का नाम प्रस्तावित किया जाएगा।
अगर विपक्ष, सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष के चयन के सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता है तो फिर चुनाव की नौबत नहीं आएगी। अगर विपक्ष अपनी तरफ से भी उम्मीदवार खड़ा करता है तो फिर 20 जून को लोकसभा के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए सदन में वोटिंग हो सकती है।
बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 21 जून को दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा, के संयुक्त सत्र को संबोधित कर सकती हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण के जरिए केंद्र की मोदी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल के एजेंडे को सदन और सांसदों के सामने पेश करेगी। सत्र की तारीखों को लेकर अभी औपचारिक घोषणा होनी है।
इससे पहले नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सोमवार को सुबह कार्यालय पहुंचकर कार्यभार संभाल लिया। उनके साथ ही 71 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली।
राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित 30 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री, 5 ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 36 ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली।
–आईएएनएस
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