सतना, देशबन्धु। गर्भवती महिलाओं को मिलने वाले पोषण किट में भारी गड़बड़ी सामने आई है। 50 रुपए की निर्धारित राशि के बजट के बजाय गर्भवती महिलाओं को मात्र 20 रुपए का सामान थमाया जा रहा है। यह खेल काफी समय से चल रहा है। बावजूद इसके इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मसलन इस गड़बड़ी का खामियाजा गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि उन्हें अभियान के तहत मिलने वाला 50 मूल्य का पौष्टिक स्वल्पाहार की जगह पांच रुपया के मूंगदाल पैकिट, बिस्कुट, भुजिया नमकीन, एक छोटा पाउस के साथ दो केले दिये जा रहे हैं। कुल मिलाकर के सुरक्षित मातृत्व अभियान भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा हुआ नजर आ रहा है।
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पहले भी सामने आ चुका है मामला
हाल ही में 25 अगस्त को भी मैहर में इसी तरह 50 रुपए के बजट में मात्र 15 रुपए का सामान दिया गया था, लेकिन इस पर अब तक किसी भी अधिकारी ने कार्यवाही नहीं की। यह भ्रष्टाचार सीधे तौर पर उनके स्वास्थ्य और सुरक्षित मातृत्व के अधिकार पर चोट है। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।
शिकायत को लिया संज्ञान
बताया गया है कि हाल ही में रामनगर अस्पताल का मामला फिर से एक बार सामने आया। यहां पर गर्भवती महिला को 5 रुपए का 1 पैकेट मूंगदाल,1 बिस्कुट,1 भुजिया नमकीन, और1 पानी पाउच सहित 2 केला दिया गया है, जिसकी कुल कीमत 20 रुपए के आसपास है। शोसल मीडिया में यह मामला वायरल होने के बाद सीएमएचओं ने इसे संज्ञान में लेते हुए संबंधित एजेंसी को इस माह से उसके इस कार्य आदेश को निरस्त कर दिये जाने की बात कही है।
बीएमओं के कंधों पर जिम्मेदारी
मातृत्व अभियान में गर्भवती महिलाओं को जिस तरह से उनके अधिकारों से पोषण आहार के लिए वंचित किया जा रहा है। इसके लिए अब सीएमएचओ ने इस पोषण आहार की जिम्मेदारी बीएमओ को देते हुए कहा है कि खंड चिकित्सा अधिकारी अपने स्तर से स्थानीय एजेंसी से अच्छी क्वालिटी की सप्लाई करवाएंगे।
इनका कहना है
इस शिकायत को संज्ञान में लिया गया है संबंधित एजेंसी को इस माह से उसके इस कार्य आदेश को निरस्त कर दिया जाएगा और यह कार्य अब स्वयं खंड चिकित्सा अधिकारी अपने स्तर से स्थानीय एजेंसी से अच्छी क्वालिटी की सप्लाई करवाएंगे और जो गड़बडय़िां की गई है उसके जो बीएफ लंबित है उसमें अर्थ दंड लगाकर वसूला जाएगा
डॉ. एल के तिवारी
सीएमएचओ मैहर/सतना