नई दिल्ली, 27 मार्च (आईएएनएस)। 2017-18 से 2022-23 (आरई) तक उपकर और अधिभार (सरचार्ज ) की कुल राशि में 63.74 प्रतिशत की वृद्धि हुई, संसद को सोमवार को बताया गया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक लिखित उत्तर में लोकसभा को बताया- जीएसटी मुआवजा उपकर के तहत संग्रह 2017-18 से 2022-23 (आरई) तक 107.6 प्रतिशत बढ़ा।
मंत्री ने कहा कि जीएसटी मुआवजा उपकर के मामले में, संविधान के अनुच्छेद 266 के संदर्भ में, लगाए जाने योग्य उपकर की आय शुरू में भारत के समेकित कोष में जमा की जाती है, और जीएसटी मुआवजा अधिनियम, 2017 के प्रावधानों के अनुसार भारत के सार्वजनिक खाते में बनाए गए जीएसटी मुआवजा कोष के माध्यम से राज्यों/संघ शासित प्रदेशों को धन उपलब्ध कराया जाता है।
2022-23 में, 1,15,650 करोड़ रुपये (फरवरी 2022 तक) के संग्रह के बावजूद, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को कुल 1,49,168 रुपये की राशि जारी की गई थी। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2020-21 और 2021-22 के दौरान, केंद्र सरकार ने जीएसटी मुआवजा उपकर संग्रह में कमी को पूरा करने के लिए 1.1 लाख करोड़ रुपये और 1.59 लाख करोड़ रुपये की राशि उधार लेने का फैसला किया और राज्यों के संसाधनों को मजबूत करने के लिए राज्यों को बैक-टू-बैक ऋण के रूप में राशि हस्तांतरित की।
सरकार द्वारा लगाए गए अधिभार किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए नहीं हैं। इनका उपयोग सामान्य तौर पर, सार्वजनिक स्वास्थ्य, सब्सिडी, शिक्षा, ब्याज भुगतान, रक्षा आदि सहित सरकार की विभिन्न गतिविधियों के लिए किया जाता है।
–आईएएनएस
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