नई दिल्ली, 14 फरवरी (आईएएनएस) अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के अध्यक्ष संजय कपूर ने भारत द्वारा शतरंज ओलंपियाड के 44वें संस्करण की मेजबानी करने पर बेहद गर्व व्यक्त किया और इसे शासी निकाय के लिए एक सपना सच होने का क्षण बताया।
शतरंज ओलंपियाड का 44वां संस्करण वर्ष 2022 में चेन्नई में आयोजित किया गया था। एआईसीएफ प्रमुख ने शतरंज ओलंपियाड में भारत के प्रदर्शन को याद करते हुए कहा कि मेजबान टीम के प्रदर्शन ने भारतीय शतरंज में एक स्वर्ण युग की शुरुआत की। उस समय वैश्विक आयोजन में 2500 से अधिक खिलाड़ियों और 7000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था।
संजय कपूर ने कहा, “आज, मैं 100 साल के उल्लेखनीय मील के पत्थर तक पहुंचने पर फिडे को अपनी हार्दिक बधाई देता हूं। जैसा कि हम इस ऐतिहासिक क्षण का जश्न मना रहे हैं, मुझे पिछले कुछ वर्षों में भारतीय शतरंज में हम सभी ने जो प्रगति देखी है, उसकी याद दिला दी है। इनमें से कोई भी नहीं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुनहरे स्पर्श के बिना संभव होता।”
उन्होंने कहा, “एआईसीएफ टीम के अथक प्रयास और अनुराग ठाकुर के प्रबल समर्थन से, मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमने वह कर दिखाया जिसकी किसी ने कभी उम्मीद नहीं की थी। हमने शतरंज ओलंपियाड को भारत में लाकर अपना सपना साकार किया।”
उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “जब मशाल रिले ने देश के 75 जिलों की यात्रा की, तो इसने सचमुच युवाओं के दिलों में आग जला दी। जब हमने वास्तव में शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी की और इसे सफलतापूर्वक पूरा किया, जिसमें भारत ने ऐतिहासिक महिला टीम कांस्य सहित 9 पदक जीते, तो हम जानते थे हमने भारतीय शतरंज में एक स्वर्ण युग की शुरुआत की थी।”
केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बुधवार को शतरंज ओलंपियाड के 45वें संस्करण के आधिकारिक मेजबान हंगरी के बुडापेस्ट को शतरंज ओलंपियाड मशाल सौंपी। 19 जून 2022 को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक समारोह में प्रथम शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले की शुरुआत की गई।
हैंडऑफ समारोह दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में हुआ, जहां मंत्री ने भारतीय ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद के साथ ओलंपियाड मशाल सौंपने से पहले फिडे अध्यक्ष, अरकडी ड्वोर्कोविच और हंगरी की ग्रैंड मास्टर जुडित पोल्गर के खिलाफ शतरंज का एक दोस्ताना मैच खेला।
फिडे शतरंज ओलंपियाड का अगला संस्करण अब इस साल हंगरी के बुडापेस्ट में होगा और इसकी आधिकारिक घोषणा इस साल की शुरुआत में की जाएगी।
–आईएएनएस
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