नई दिल्ली, 3 जनवरी (आईएएनएस)।प्राइम डेटाबेस के अनुसार, 57 भारतीय कॉरपोरेट्स ने 2023 में मुख्य बोर्ड आईपीओ के माध्यम से 49,434 करोड़ रुपये जुटाए, जो 2022 में 40 आईपीओ द्वारा जुटाए गए 59,302 करोड़ रुपये से 17 प्रतिशत कम है।
हालांकि, 2022 में आए मेगा एलआईसी आईपीओ को छोड़कर, आईपीओ जुटाव पिछले साल से 28 प्रतिशत बढ़ गया।
प्राइम डेटाबेस के अनुसार, जनता की समग्र प्रतिक्रिया उत्कृष्ट थी। 57 आईपीओ में से 41 आईपीओ को 10 गुना से अधिक की मेगा प्रतिक्रिया मिली (जिनमें से 16 आईपीओ को 50 गुना से अधिक मिली) जबकि नौ आईपीओ को तीन गुना से अधिक ओवरसब्सक्राइब किया गया। बाकी सात आईपीओ को 1 से 3 गुना तक ओवरसब्सक्राइब किया गया।
2022 की तुलना में खुदरा निवेशकों की प्रतिक्रिया भी काफी बढ़ी है। खुदरा क्षेत्र से आवेदनों की औसत संख्या 2022 में 5.66 लाख की तुलना में बढ़कर 13.21 लाख हो गई। खुदरा क्षेत्र से सबसे अधिक आवेदन टाटा टेक्नोलॉजीज (52.11 लाख) को प्राप्त हुए, इसके बाद डोम्स इंडस्ट्रीज (41.30 लाख) और आईनॉक्स इंडिया (37.34 लाख) का स्थान रहा। ).
मूल्य के हिसाब से खुदरा क्षेत्र द्वारा आवेदन किए गए शेयरों की मात्रा (1,49,988 करोड़ रुपये) कुल आईपीओ जुटाव से 203 प्रतिशत अधिक थी (2022 में 22 प्रतिशत कम होने की तुलना में) फिर से इस दौरान खुदरा क्षेत्र से काफी उच्च स्तर का उत्साह दिखा। अवधि। हालाँकि, खुदरा क्षेत्र में कुल आवंटन 13,749 करोड़ रुपये था, जो कुल आईपीओ जुटाव का 28 प्रतिशत था (2022 में 29 प्रतिशत से थोड़ा कम)।
–आईएएनएस
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