नई दिल्ली, 1 जनवरी (आईएएनएस)। आकलन वर्ष (एवाई) 2023-2024 के लिए 31 दिसंबर 2023 तक रिकॉर्ड 8.18 करोड़ आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए गए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में दाखिल 7.51 करोड़ आईटीआर से नौ प्रतिशत अधिक है।
आईटी विभाग द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान दाखिल की गई ऑडिट रिपोर्ट और अन्य फॉर्म की कुल संख्या 1.60 करोड़ है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1.43 करोड़ ऑडिट रिपोर्ट और फॉर्म दाखिल किए गए थे।
बड़ी संख्या में करदाताओं ने अपने वार्षिक सूचना विवरण (एआईएस) और करदाता सूचना सारांश (टीआईएस) को देखकर अपने वित्तीय लेनदेन के डेटा की तुलना करके अपना उचित परिश्रम किया।
करदाताओं द्वारा अनुपालन को और आसान बनाने के लिए सभी आईटीआर के लिए डेटा का एक बड़ा हिस्सा वेतन, ब्याज, लाभांश, व्यक्तिगत जानकारी, टीडीएस से संबंधित जानकारी सहित कर भुगतान, आगे लाए गए नुकसान, एमएटी क्रेडिट आदि से संबंधित डेटा से भरा हुआ था। बयान में कहा गया है कि इस सुविधा का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया, जिसके परिणामस्वरूप आईटीआर को आसानी से और तेजी से दाखिल किया जा सका।
इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2023-2024 के दौरान, ओएलटीएएस भुगतान प्रणाली की जगह, एक डिजिटल ई-पे टैक्स भुगतान प्लेटफॉर्म – टीआईएन 2.0 – को ई-फाइलिंग पोर्टल पर पूरी तरह कार्यात्मक बना दिया गया था।
इसने इंटरनेट बैंकिंग, एनईएफटी/आरटीजीएस, ओटीसी, डेबिट कार्ड, पेमेंट गेटवे और यूपीआई जैसे करों के ई-भुगतान के लिए यूजर के अनुकूल विकल्प को संभव बनाया।
बयान में कहा गया है कि टीआईएन 2.0 प्लेटफॉर्म ने करदाताओं को वास्तविक समय पर कर जमा करने में सक्षम बनाया है जिससे आईटीआर दाखिल करना आसान और तेज हो गया है।
–आईएएनएस
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