नई दिल्ली, 13 नवंबर (आईएएनएस)। मॉर्गन स्टैनली के अनुसार, भारत के 3.7 खरब डॉलर के शेयर बाजार में शांति भंग होने वाली है, क्योंकि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देशों में से एक में लगभग छह महीने बाद चुनाव होने वाले हैं।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, वॉल स्ट्रीट बैंक को उम्मीद है कि हाल के इतिहास को ध्यान में रखते हुए वोट के कारण शेयरों में बढ़ोतरी होगी, लेकिन निवेशकों की उम्मीदों के बाहर कोई भी परिणाम भारत के इक्विटी बेंचमार्क में 30 प्रतिशत तक की गिरावट ला सकता है।
रणनीतिकार रिधम देसाई ने सोमवार को एक नोट में लिखा, कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन, जिसे इंडिया कहा जाता है, के भीतर एक “विश्वसनीय सीट-बंटवारे की व्यवस्था” “आम चुनावों का ध्रुवीकरण करेगी और मई में परिणाम की भविष्यवाणी को कम कर देगी।”
इस वर्ष भारतीय शेयरों में लगभग 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इसने एशिया और उभरते बाजारों में अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिया है, क्योंकि कमाई और अर्थव्यवस्था में वृद्धि ने स्थानीय और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित किया है।
स्टॉक-मूल्य में अपेक्षित उतार-चढ़ाव का पैमाना, भारत VIX इस वर्ष अब तक 25 प्रतिशत गिरकर अपने ऐतिहासिक निचले स्तर के करीब पहुंच गया है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में मॉर्गन मॉर्गन स्टैनली के हवाले से कहा गया है, “सरकार में संभावित बदलाव से नीति सुधार और कार्यान्वयन की दिशा में बदलाव हो सकता है, जिससे निवेश भावना खराब हो सकती है।”
–आईएएनएस
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