सोल, 6 मार्च (आईएएनएस)। दक्षिण कोरियाई लोगों पर किए गए एक हालिया सर्वे से यह पता चला है कि 2024 में दक्षिण कोरिया के लोगों में चिंता और अवसाद में वृद्धि हुई है।
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, कोरिया इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के आंकड़ों के मुताबिक, जिन लोगों ने कहा कि उन्हें चिंता महसूस हुई, उनकी संख्या 2023 की तुलना में बढ़ी है। पिछले साल यह 10 में से 4.1 अंक थी, जबकि 2023 में यह 3.4 अंक थी। इसी तरह, अवसाद के मामले में भी यह संख्या 2.8 अंक से बढ़कर 3.5 अंक हो गई।
पिछले साल अगस्त से सितंबर तक 8,251 लोगों पर एक सर्वे किया गया था। इस सर्वे में यह पता लगाया गया कि लोग समाज में कितने घुले-मिले हैं और उनकी राय क्या है। लोगों ने अपनी खुशी का औसत 6.8 बताया, जो पिछले साल से 0.1 ज्यादा है।
जिनकी मासिक आय 1 मिलियन वॉन ($693) से कम थी, उन्होंने पिछले वर्ष के मुकाबले 0.1 अंक कम खुशी महसूस की, जो 6.0 अंक थी। वहीं, जिनकी आय 6 मिलियन वॉन से अधिक थी, उनके लिए खुशी का स्तर पिछले वर्ष के 6.8 अंक से बढ़कर 7.0 अंक हो गया।
सर्वे के परिणामों में यह भी पाया गया कि राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियों के प्रति संतुष्टि दर पिछले वर्ष की तुलना में 0.7 अंक बढ़ी है, जो 5.3 अंक तक पहुंच गई।
इसके अलावा, जिन लोगों ने अपने विचारों को मध्यम (न पूरी तरह उदारवादी, न रूढ़िवादी) बताया, उनकी संख्या 45.2 प्रतिशत रही, जो लगभग आधी है। राजनीतिक रुझानों में यह सबसे बड़ी संख्या है। हालांकि पिछले साल से इसमें 1.5 प्रतिशत की कमी आई है। इसके अलावा, 30.2 प्रतिशत ने खुद को रूढ़िवादी और 24.6 प्रतिशत ने खुद को उदारवादी बताया।
अन्य 30.2 प्रतिशत लोगों ने खुद को रूढ़िवादी बताया, जबकि 24.6 प्रतिशत ने खुद को उदारवादी माना।
चिंता और अवसाद विकार दुनिया भर में सबसे आम मानसिक विकारों में से हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और द लैंसेट पत्रिका के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 284 मिलियन लोग चिंता संबंधी विकारों से और 264 मिलियन लोग अवसाद से पीड़ित हैं।
–आईएएनएस
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