शिमला, 11 मार्च (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 450 मेगावाट की शोंगटोंग जलविद्युत परियोजना को जल्द चालू करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने और जुलाई 2025 तक इसे पूरा करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने यहां समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि परियोजना के लिए 2012 में टेंडर दिया गया था, लेकिन विभिन्न कारणों से निर्माण कार्य में देरी हुई है।
एक आधिकारिक बयान में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया है कि विलंबित परियोजनाओं की लागत में बढ़ोतरी होती है और राज्य को नुकसान होता है, इसलिए परियोजना को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने की आवश्यकता होती है।
सीएम ने हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर देरी करने वाली सभी बाधाओं को दूर करने का निर्देश दिया है। सीएम ने एचपीपीसीएल से शेष निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए श्रमशक्ति बढ़ाने को भी कहा है।
सीएम ने कहा कि शोंगटोंग हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के पूरा होने से सालाना 1,579 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होगी, जिससे राज्य को कुल 1,706 करोड़ रुपये का लाभ होगा और 1,300 करोड़ रुपये की बिजली पैदा होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना के समय पर चालू होने से राजस्व पर उपलब्ध 156 करोड़ रुपये के ब्याज के अलावा 250 करोड़ रुपये की बचत होगी। सरकार जलविद्युत और सौर ऊर्जा के उपयोग के माध्यम से राज्य को 2025 तक हरित ऊर्जा राज्य में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रयास के तहत राज्य ने वर्ष 2024 के अंत तक 500 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
–आईएएनएस
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