deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Today's Special News

2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करेगी सरकार

by
February 1, 2023
in Today's Special News, अभिमत, इंदौर, उज्जैन, खेल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, जानकारी, तकनीकी, ताज़ा समाचार, नर्मदापुरम, ब्लॉग, भोपाल, मनोरंजन, रीवा, लाइफ स्टाइल, विचार, शहडोल, सागर
0
2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करेगी सरकार
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

READ ALSO

झारखंड : मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भाजपा विधायक ने बनाया था सहायता केंद्र, मंत्री ने क्रेन से हटवाया

राजा रघुवंशी हत्याकांड : सोनम और अन्य आरोपियों को शिलांग पुलिस स्टेशन की अलग-अलग सेल में रखा गया

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को उच्च मूल्य वाली बागवानी फसलों के लिए रोग मुक्त और गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की उपलब्धता को बढ़ावा देने के लिए 2,200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की।

संसद में केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, फंड का उद्देश्य किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों के लिए नवीन और किफायती समाधान लाना होगा और कृषि पद्धतियों को बदलने, उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों को भी लाना होगा।

सीतारमण ने कहा, भारत दुनिया में श्री अन्ना (बाजरा) का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है और कई प्रकार के बाजरा जैसे ज्वार, रागी, बाजरा, कुट्टू, रामदाना, कंगना, कुटकी, कोदो, चीना और समा देश में उगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, इनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और सदियों से भारत के भोजन का एक अभिन्न अंग रहे हैं।

वित्त मंत्री ने इन फसलों को उगाकर साथी नागरिकों के स्वास्थ्य में योगदान देने में छोटे किसानों की बड़ी सेवा को गर्व के साथ स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, भारत को बाजरा के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए, भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं, अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।

सीतारमण ने कहा कि कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र को ओपन सोर्स, ओपन स्टैंडर्ड और इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के तौर पर तैयार किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर फोकस के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मछुआरों, मछली विक्रेताओं और सूक्ष्म और छोटे उद्यमों की गतिविधियों को सक्षम करने, मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करने और बाजार का विस्तार करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक नई उप-योजना भी शुरू की जाएगी।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

Related Posts

ताज़ा समाचार

झारखंड : मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भाजपा विधायक ने बनाया था सहायता केंद्र, मंत्री ने क्रेन से हटवाया

June 12, 2025
ताज़ा समाचार

राजा रघुवंशी हत्याकांड : सोनम और अन्य आरोपियों को शिलांग पुलिस स्टेशन की अलग-अलग सेल में रखा गया

June 12, 2025
ताज़ा समाचार

गुजरात : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मानसून तैयारियों की समीक्षा की, आपदा प्रबंधन पर जोर

June 12, 2025
ताज़ा समाचार

पीयूष गोयल का स्वीडन को न्योता, भारत के बुनियादी ढांचे और विनिर्माण क्षेत्र में करें निवेश

June 12, 2025
ताज़ा समाचार

त्रिपुरा: लापता युवक का शव फ्रीजर में मिला, छह गिरफ्तार

June 12, 2025
ताज़ा समाचार

हत्या की आरोपी सोनम रघुवंशी ने इंदौर को शर्मसार किया : कैलाश विजयवर्गीय

June 12, 2025
Next Post
जवान के डायरेक्टर एटली कुमार और उनकी पत्नी प्रिया बने बच्चे के माता-पिता

जवान के डायरेक्टर एटली कुमार और उनकी पत्नी प्रिया बने बच्चे के माता-पिता

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

083937
Total views : 5890257
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In