नोएडा, 29 मार्च (आईएएनएस)। कोरोना के 24 घंटे में 19 नए संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। इससे एक साल पहले एक दिन में इतने मरीज मिले थे। स्वास्थ्य विभाग ने रोजाना 500 संदिग्धों की जांच का दावा किया है। विभाग दो दिन से ही कोरोना की रिपोर्ट जारी कर रहा है। इससे पहले की जांच संबंधी आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं। पिछले दस दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। 26 और 27 मार्च को मरीजों की संख्या कम रही थी। सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 57 हो गई।
दो सप्ताह में सक्रिय मरीज तीन गुना बढ़ गए हैं। इन मरीजों में आठ मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है, जबकि 49 होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि मरीजों के कांट्रैक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। ताकि संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके। कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में जगह जगह पोस्टर लगाए गए हैं कि मास्क लगाना अनिवार्य है, लेकिन इस नियम का सरे आम उल्लंघन होता दिखाई दे रहा है। सीएमओ सुनील कुमार का कहना है कि शहर के अस्पतालों में सर्दी जुकाम और गले में दर्द के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। जिला अस्पताल में ही प्रतिदिन 200 से ज्यादा कोरोना के लक्षण के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। इन मरीजों में सर्दी जुकाम, बुखार, गले में संक्रमण आदि के लक्षण हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने सेक्टर-39 स्थित नए जिला अस्पताल के साथ ही भंगेल स्थित सीएचसी में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया है। इसी के साथ, कोरोना के वैरिएंट का पता लगाने के लिए अस्पतालों को जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके संबंध में सभी अस्पतालों को निर्देश भेज दिए गए हैं।
बढ़ती हुई मरीजों की संख्या को देखते हुए शासन की ओर से मॉनिटरिंग, टेस्टिंग बढ़ाने और कोविड क्लस्टर की पहचान करने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में रोज हो रही मरीजों जांच को इस हफ्ते से बढ़ा 1000 किया जा रहा है, वर्तमान में करीब 500 संदिग्धों की रोजाना सरकारी अस्पतालों में की जा रही है। सभी कोरोना मरीजों की स्थिति ठीक है, कोई भी गंभीर नहीं है।
–आईएएनएस
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