चेन्नई, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। 2,438 करोड़ रुपए के आरुधरा गोल्ड ट्रेडिंग घोटाले की जांच कर रही तमिलनाडु आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को कुछ ऐसे इनपुट मिले हैं कि फिल्म निर्देशक से निर्माता बने आर.के. सुरेश पोंजी स्कीम मामले से जुड़े हुए हैं।
मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए अभिनेता रूसो ने सुरेश की संलिप्तता के बारे में खुलासा किया।
सीसीटीवी फुटेज की जांच और विश्लेषण के दौरान, पुलिस ने अभिनेता, निर्माता को चेन्नई के अरुधरा कॉर्पोरेट कार्यालय में पहुंचते हुए पाया।
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि मामले में सुरेश के तार जुड़े होने की जांच की जा रही है।
आरुधरा गोल्ड ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड ने जनता से 2,438 करोड़ रुपए की ठगी की है। सितंबर 2020 से मई 2022 के बीच की अवधि में 1 लाख से अधिक निवेशकों से धन एकत्र करने के लिए अरुधरा के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। समाज के सबसे निचले तबके के लोगों सहित कई आम लोगों ने अपनी बचत आराध्या कंपनी में जमा की थी क्योंकि उन्हें उच्च ब्याज दरों का वादा किया गया था। फ्लाई-बाय-नाइट ऑपरेटर प्रतिबद्धता से बाहर चला गया और इस तरह लाखों निवेशकों को मझधार में छोड़ दिया।
कंपनी के मालिकों के खिलाफ पूरे तमिलनाडु में आपराधिक मामले दर्ज किए गए।
अब बंद हो चुकी कंपनी के तीन निदेशक न्यायिक हिरासत में हैं।
–आईएएनएस
एचएमए/एएनएम
चेन्नई, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। 2,438 करोड़ रुपए के आरुधरा गोल्ड ट्रेडिंग घोटाले की जांच कर रही तमिलनाडु आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को कुछ ऐसे इनपुट मिले हैं कि फिल्म निर्देशक से निर्माता बने आर.के. सुरेश पोंजी स्कीम मामले से जुड़े हुए हैं।
मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए अभिनेता रूसो ने सुरेश की संलिप्तता के बारे में खुलासा किया।
सीसीटीवी फुटेज की जांच और विश्लेषण के दौरान, पुलिस ने अभिनेता, निर्माता को चेन्नई के अरुधरा कॉर्पोरेट कार्यालय में पहुंचते हुए पाया।
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि मामले में सुरेश के तार जुड़े होने की जांच की जा रही है।
आरुधरा गोल्ड ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड ने जनता से 2,438 करोड़ रुपए की ठगी की है। सितंबर 2020 से मई 2022 के बीच की अवधि में 1 लाख से अधिक निवेशकों से धन एकत्र करने के लिए अरुधरा के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। समाज के सबसे निचले तबके के लोगों सहित कई आम लोगों ने अपनी बचत आराध्या कंपनी में जमा की थी क्योंकि उन्हें उच्च ब्याज दरों का वादा किया गया था। फ्लाई-बाय-नाइट ऑपरेटर प्रतिबद्धता से बाहर चला गया और इस तरह लाखों निवेशकों को मझधार में छोड़ दिया।
कंपनी के मालिकों के खिलाफ पूरे तमिलनाडु में आपराधिक मामले दर्ज किए गए।
अब बंद हो चुकी कंपनी के तीन निदेशक न्यायिक हिरासत में हैं।
–आईएएनएस
एचएमए/एएनएम