ठाणे, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)। मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 28 साल पुराने पांच हत्या के मामले में फरार एक आरोपी को पकड़ लिया है, जो कतर से फ्लाइट से मुंबई पहुंचा था, एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए पुलिस उपायुक्त (अपराध) अविनाश अंबुरे ने कहा कि बड़ी सफलता तब मिली जब काशीमीरा पुलिस ने पुराने मामले को फिर से खोला।
अंबूरे ने मीडियाकर्मियों से कहा- 17 नवंबर, 1994 को, तीन लोगों ने एक 27 वर्षीय महिला, चक्रमदेवी प्रजापति और उसके चार नाबालिग बच्चों – प्रमोद (5), पिंकी (3), पिंटू (2) और तीन महीने के बच्चे पर हमला किया और बेरहमी से मार डाला।
पति राजनारायण प्रजापति ने संदिग्ध हत्यारे तिकड़ी – राजकुमार ए. चौहान (अब 48), और उसके दो साथियों- जो उत्तर प्रदेश में अपने गांव भाग गए थे, के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। पांच हत्याओं को बदला लेने के लिए अंजाम दिया गया था, और हत्यारे वर्षों तक लापता रहे- जब तक कि एमबीवीवी पुलिस ने उस मामले को फिर से खोलने और नए सिरे से जांच करने का फैसला नहीं किया।
पिछले साल, जांच अधिकारियों में से एक, पुष्पेंद्र थापा को एक गुप्त सूचना मिली कि चौहान संभवत: वाराणसी के पास एक गांव में रह रहा है और टीम ने जानकारी इकट्ठा करने के लिए तीन सप्ताह तक वहां डेरा डाला। अंबुरे ने कहा, आखिरकार, उन्हें पता चला कि चौहान पिछले 15 सालों से अबू धाबी, कतर और सऊदी अरब जैसे खाड़ी देशों में काम कर रहा था, और वह उसके पासपोर्ट विवरण हासिल करने में कामयाब रहे और उसके खिलाफ एक लुक आउट सकरुलर जारी किया।
उन्हें यह भी पता चला कि चौहान हर दो साल में अपने परिवार से मिलने भारत आता था और आखिरी बार वह 2020 में आया था। इसके बाद मुंबई हवाई अड्डे के अधिकारियों और अन्य एजेंसियों की मदद से एमबीवीवी पुलिस की टीमें इंतजार में थी। गुरुवार की देर रात, प्रयासों का फल मिला, 28 साल पुराने मामले में उसे पुलिस ने पकड़ लिया।
अंबुरे ने कहा कि उसे ठाणे की अदालत में पेश किया गया और हिरासत में भेज दिया गया, जबकि उसके दो साथियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आगे की जांच जारी है।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम