मझौली, सीधी. जिला अस्पताल सीधी के निजीकरण को रोकने के लिए 30 नवंबर 2024 को जिला अस्पताल के सामने सत्याग्रह किया जाएगा जिसके संबंध में बैठक में निर्णय लिया गया.
बताते चलें कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 7 नवंबर को पूजा पार्क सीधी में बैठक की गई जिसमें राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के संगठन महामंत्री रवि दत्त सिंह के मुख्य आतिथ्य में एवं उमेश तिवारी संयोजक टोंको–रोको–ठोंको क्रांति मोर्चा के अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई.
बैठक में दो बिंदुओं पर चर्चा की गई जिसमें पहले सत्याग्रह की तिथि निर्धारित करने के लिए जिसमें 30 नवंबर की तिथि निर्धारित की गई दूसरे बिंदु में कार्यक्रम की रूपरेखा एवं कार्यक्रम के लिए जिम्मेदारी देने के लिए चर्चा की गई.
बैठक में सभी ने प्रदेश सरकार के इस निर्णय की निंदा करते हुए आक्रोश प्रकट किया गया कि प्रदेश के शहर से लेकर ग्रामीण इकाई की स्वास्थ्य सेवा यानी 348 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को निजीकरण करना प्रस्तावित किया गया है ऐसे में यही माना जाएगा कि प्रदेश की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था ही निजीकरण में चली जाएगी जिसका परिणाम प्रदेश के बहुसंख्यक गरीब, मजदूर, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के साथ कुठारा घात किया गया है जो सरकारी अस्पतालों पर स्वास्थ्य सेवा के लिए आश्रित है.
बैठक में प्रमुख लोगों को जिम्मेदारी दी गई है जिसमें प्रचार प्रसार, पर्चा बुलेटिन एवं कार्यक्रम में टेंट,पंडाल, माइक इन सबकी जिम्मेदारी तय की गई है.
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बैठक में सभी सामाजिक संगठनों, किसान मजदूर संगठनों, राजनैतिक संगठनों आम नागरिकों से अपेक्षा की गई है कि 30 नवंबर को सत्याग्रह में शामिल होकर अपने जागरूक नागरिक होने का परिचय देते हुए सहभागिता निभाएं ताकि जिला अस्पताल के निजीकरण को रोका जा सके.बैठक में प्रमुख रूप से ददन सिंह,कान्हा मिश्रा, राजकुमार तिवारी,प्रभात वर्मा,विवेक कुमार कोल,अंजुल गुप्ता ,अजय पांडेय,अमन त्रिपाठी, सचिन पांडेय,देवेंद्र सिंह, शिवकुमार सिंह,उर्मिला रावत, विकास नारायण तिवारी,दिनेश प्रताप सिंह, विजय बहादुर सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे.