ग्रेटर नोएडा, 8 अगस्त (आईएएनएस)। डीएमआईसी इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेेटर नोएडा लिमिटेड (आईआईटीजीएनएल) की मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब (एमएमएलएच) परियोजना का विकास पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर किया जाना है। इस परियोजना का टेंडर डॉक्यूमेंट फाइनल करने के लिए गुरुवार को मार्केट साउंडिंग बैठक बुलाई गई। इसमें पब्लिक नोटिस के माध्यम से इच्छुक प्राइवेट डेवलपर्स को आमंत्रित किया गया था।
बैठक में देश के विभिन्न भागों से लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में कार्य करने वाली लगभग 15 कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इनके साथ परियोजना का विकास करने के लिए प्राइवेट डेवलपर के चयन के लिए टेंडर डॉक्यूमेंट पर चर्चा की गई एवं इस संबंध में उनके सुझाव मांगे गए। इनके सुझावों को टेंडर डॉक्यूमेंट में शामिल कर आईआईटीजीएनएल की बोर्ड के समक्ष अनुमोदन के लिए रखा जाएगा।
बोर्ड से अनुमोदन लेकर टेंडर डॉक्यूमेंट को भारत सरकार के अनुमोदनार्थ भेजा जाएगा। वहां से अनुमोदन के पश्चात इस साल के अंत तक परियोजना के विकासकर्ता का चयन करने के लिए टेंडर जारी करने की तैयारी है। दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अंतर्गत उद्योगों की माल ढुलाई की राह आसान बनाने के लिए आईआईटीजीएनएल की तरफ से ग्रेटर नोएडा के दादरी में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब विकसित किया जा रहा है।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के उद्योगों की जरूरत को देखते हुए यह परियोजना बेहद अहम है। मुंबई व गुजरात में स्थित पोर्ट पर वर्तमान में उद्योगों का माल जाने में चार से पांच दिन लगता है। इसके शुरू होने के बाद माल एक दिन में पहुंच सकेगा। इस परियोजना का विकास कार्य दो चरणों में होगा। बाह्य कार्यों को आईआईटीजीएनएल द्वारा पूरा किया जाएगा, इसमें डीएफसीसी से रेल कनेक्टिविटी एवं आसपास के प्रमुख मार्गों से रोड कनेक्टिविटी आदि कार्य होंगे।
वहीं, आंतरिक विकास कार्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी टेंडर प्राप्त करने वाली निजी कंपनी पर होगी। एमएलएच में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से करीब 50,000 लोगों को रोजगार प्राप्त होंगे। बैठक में आईआईटीजीएनएल के एमडी एनजी रवि कुमार, निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग और लक्ष्मी वीएस, महाप्रबंधक लीनू सहगल, सीएफओ अभिषेक जैन, एनआईसीडीसी के सीएफओ प्रदीप कुमार अग्रवाल और कई कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
–आईएएनएस
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