चंडीगढ़, 18 जून (आईएएनएस)। पंजाब पुलिस ने पिछले हफ्ते 8.49 करोड़ रुपये की लूट की मास्टरमाइंड मनदीप कौर उर्फ मोना को शनिवार को गिरफ्तार करने के अपने ऑपरेशन में सफलता हासिल की, जिसे दस्यु हसीना नाम दिया गया है। अपने पति जसविंदर सिंह के साथ लुधियाना स्थित एक कैश मैनेजमेंट फर्म सीएमएस इंफो सिस्टम्स लिमिटेड के कार्यालय से रुपये लूटे। मोना और उसके पति को उत्तराखंड के एक प्रसिद्ध सिख मंदिर से लौटते समय गिरफ्तार किया गया।
पुलिस आयुक्त मनदीप सिंह सिद्धू ने दंपति की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। पुलिस ने इनके एक साथी को भी गिरफ्तार किया है।
इससे पहले पुलिस ने छह आरोपियों- मनजिंदर सिंह मणि, मनदीप सिंह, हरविंदर सिंह, परमजीत सिंह, हरप्रीत सिंह और नरिंदर सिंह को गिरफ्तार किया था और उनके पास से 5 करोड़ रुपये बरामद किए थे।
मोना के बारे में सूचना मिलने पर पुलिस ने उसकी मां के स्कूटर की सीट के नीचे छिपाकर रखे गए 12 लाख रुपये बरामद किए।
युगल की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस आयुक्त सिद्धू ने कहा कि सभी आरोपियों की इच्छा थी कि सफल डकैती के बाद वे केदारनाथ, हरिद्वार और हेमकुंड साहिब में मत्था टेकें।
मोना और उसके पति को पंजाब पुलिस की एक टीम ने हेमकुंड साहिब से लौटते समय गिरफ्तार किया।
सिद्धू ने कहा, जब दंपति को पता चला कि उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, तो उन्होंने अपराध के लिए गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब में माफी मांगी। उन्होंने फरवरी में शादी की थी।
कथित लुटेरों के गिरोह का नेतृत्व मनदीप कौर कर रही थी, जिसके पति और चचेरे भाई को भी चोरी के लिए दोषी ठहराया गया था।
उसने अपने दोस्त व सीएमएस कर्मचारी मनजिंदर सिंह मणि के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। उन्होंने अपने आठ साथियों के साथ 10 जून की तड़के सीएमएस फर्म के कार्यालय से 8.49 करोड़ रुपये लूट लिए।
सिद्धू ने कंपनी पर नकदी की सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि अबुवाल गांव में मणि के घर से 50 लाख रुपये बरामद किये गए हैं। उसने पैसे को पॉलीथिन बैग में लपेटकर सेप्टिक टैंक में छिपा दिया था।
मुख्य मास्टरमाइंड मनदीप कौर और उसके पति को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को ऑपरेशन लेट्स केज द क्वीन बी शुरू किया था।
–आईएएनएस
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