deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home राष्ट्रीय

आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया : मुख्यमंत्री योगी

by
August 9, 2023
in राष्ट्रीय
0
आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया : मुख्यमंत्री योगी
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

READ ALSO

बंगाल : पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच सीएम ममता बनर्जी ने बुलाई कैबिनेट बैठक

पीएम मोदी ने पाक को अच्छी भाषा में बता दिया : भाजपा सांसद महेश शर्मा 

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी रेल एक्शन की 98वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को शिलाफलकम (शीलापट्ट) का अनावरण कर ‘‘मेरी माटी, मेरा देश’’ अभियान का शुभारंभ किया।

इस दौरान उन्होंने महान क्रांतिकारियों, अमर शहीदों, भारत की सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवानों और आंतरिक सुरक्षा को बेहतर बनाने वाले जवानों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव ने हमें एक नये भारत का दर्शन कराया है। हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत और मजहब के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने लोगों से संकल्पित होकर शहीद स्थलों पर सेल्फी लेने और उसे अपलोड करने का आह्वान करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन और बान का प्रतीक है। इसके लिए प्रत्येक नागरिक अपने घर पर तिरंगा लहराएं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘माता भूमि पुत्रोऽहं पृथिव्या’ भारत और सनातन धर्म का संदेश है। यानी यह धरती हमारी मां है और हम उसके पुत्र हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्ययन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपने दायित्वों को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही हम आजादी के उत्सव को न देख पाए हों लेकिन हम सौभाग्यशाली हैं कि आज जब भारत अपनी आजादी का 75वां वर्ष मना रहा है तब उस महोत्सव के हम सहभागी हैं, उससे जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक शासन किया उसको पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 20 बड़े देश जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। आज का भारत दुनिया के अंदर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।

उन्होंने कहा कि आज से 98 वर्ष से पहले यह समय हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ, आगे क्या होगा, यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। अब विदेशी हुकूमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बनाकर रख सकती है, यह जज्बे का भाव भी आया होगा। इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम हुआ था।

काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियों को जो पैसा मिला वह था 4679 रुपया था। विदेशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया। अगर जज्बा हो, सत्संकल्प हो, लड़ने की इच्छा शक्ति हो तो बड़ी से बड़ी भौतिक ताकत को गिराया जा सकता है। इसी जज्बे ने उस समय के निरंकुश शासन को झुकने पर मजबूर किया था।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है। भारत की आजादी में हमारे जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व की अनुभूति करता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर निकाय शिलाफलकम के माध्यम से पंच प्रण के जुड़ेंगे।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों ठाकुर रौशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, सचिंद्र नाथ बख्शी, रामकृष्ण खत्री के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल शहीद केवलानंद द्विवेदी और सुनील जंग के परिजनों का भी सम्मान किया।

उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। इस दौरान लोगों ने अपने हाथ में मिट्टी और मिट्टी का दिया लेकर भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इसके अलावा उन्होंने अमृत वाटिका में वृक्षारोपण किया और शहीदों की स्मृति में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

–आईएएनएस

विकेटी/एबीएम

Related Posts

राष्ट्रीय

बंगाल : पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच सीएम ममता बनर्जी ने बुलाई कैबिनेट बैठक

May 8, 2025
राष्ट्रीय

पीएम मोदी ने पाक को अच्छी भाषा में बता दिया : भाजपा सांसद महेश शर्मा 

May 8, 2025
जम्मू-कश्मीर : हवाई हमलों के बीच महबूबा मुफ्ती ने सभी पक्षों से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की
राष्ट्रीय

जम्मू-कश्मीर : हवाई हमलों के बीच महबूबा मुफ्ती ने सभी पक्षों से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की

May 8, 2025
राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ की बैठक
राष्ट्रीय

राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ की बैठक

May 8, 2025
राष्ट्रीय

सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से की मुलाकात, कई परियोजनाओं के लिए मंजूरी मांगी

May 8, 2025
राष्ट्रीय

भूटान ने 5,000 मेगावाट हाइड्रोपावर परियोजनाओं के लिए अदाणी समूह के साथ किया एमओयू

May 8, 2025
Next Post
करण कुंद्रा ने तेजस्वी प्रकाश के साथ किया प्रैंक, वीडियो वायरल

करण कुंद्रा ने तेजस्वी प्रकाश के साथ किया प्रैंक, वीडियो वायरल

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

तमिलनाडु के तिरुपुर में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या

September 4, 2023

मुझे लार्जर दैन लाइफ एक्शन स्टार बनना पसंद है : सलमान खान

October 3, 2023

दिल्ली भाजपा ने आतिशी को भेजा कानूनी नोटिस

April 3, 2024

‘ऊप्स! अब क्या’? ट्रेलर में तीन पीढ़ियों की महिलाओं के प्यार की झलक दिखाई गई

February 7, 2025
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080582
Total views : 5867903
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In