अहमदाबाद, 3 जनवरी (आईएएनएस)। अहमदाबाद में हादसे के चलते हुई मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है। दरअसल, जांच में ऑनर किलिंग का एंगल देखने को मिला है।
सोला पुलिस जेबी अग्रावत ने मीडियाकर्मियों को बताया कि दुर्घटना के मामले की जांच के दौरान, पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिली, जिसमें तीन लोगों को राजेंद्र नवल (27) का अपहरण और पिटाई करते देखा जा सकता है।
आरोपियों की पहचान विजय भारवाड़, अनमोल यादव और प्रवीण पुरबिया के रूप में हुई है। उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। उन्होंने दावा किया कि विशाल ने राजेंद्र को मारने के लिए उन्हें पैसे दिए थे।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि विशाल ने विजय और अनमोल को 50,000 रुपये दिए थे और नवल को उसकी बहन से संबंध तोड़ने के लिए मजबूर करने के लिए कहा था।
विजय ने पुलिस को बताया कि जब वे राजेंद्र को पीट रहे थे और धमकी दे रहे थे, तो उसने चेतावनी दी कि अगर वह हमले में बच गया तो वह उन्हें नहीं छोड़ेगा, जिससे तीनों आग बबूला हो गए और उन्होंने उसके सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी।
पीड़ित के भाई प्रकाश नवल ने आईएएनएस को बताया, राजेंद्र का विशाल की चचेरी बहन से अफेयर था, जिसकी इजाजत आदिवासी समुदाय में नहीं है। वे राजस्थान के मांझी गांव से हैं।
प्रकाश ने कहा कि करीब पांच साल पहले राजेंद्र का अफेयर हुआ था, लेकिन विवाद होने के बाद उसने उससे सारे संबंध तोड़ लिए थे।
प्रकाश ने कहा कि राजेंद्र सोला इलाके में अलग रह रहा था और कबाड़ का कारोबार कर रहा था।
राजेंद्र शनिवार रात अपने पैतृक गांव से लौटा था, उसी रात उसका अपहरण कर हत्या कर दी गई।
प्रकाश नवल (32) ने बताया कि रविवार की सुबह साढ़े तीन बजे के करीब उन्हें पुलिस का फोन आया कि हेबतपुर में रेलवे ट्रैक के पास राजेंद्र का शव मिला और आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया।
सोमवार की सुबह प्रकाश व उसका चचेरा भाई सोला पुल के नीचे मिली राजेंद्र की बाइक की तलाश करने लगा तो वाहन पर खून के निशान मिले थे। प्रकाश ने इसे हत्या का मामला समझकर पुलिस को सूचित किया, जिसने पास की एक दुकान से सीसीटीवी फुटेज बरामद की और देखा कि तीन लोग राजेंद्र का अपहरण कर रहे हैं और उसकी पिटाई कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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